[ad_1]
<p>आईपीओ लाने की तैयारियों में जुटी भारतीय स्टार्टअप कंपनी ओयो देश से बाहर अपने कारोबार का विस्तार कर रही है. इसके तहत कंपनी अमेरिका में एक बड़े सौदे को अंजाम देने की कगार पर है. यह सौदा पूरी तरह से कैश में होने जा रहा है.</p>
<h3>इस अमेरिकी कंपनी को खरीदने की तैयारी</h3>
<p>न्यूज एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, ओयो की पैरेंट कंपनी ओरावेल स्टेज ने प्रस्तावित सौदे की जानकारी शनिवार को दी. उसने कहा कि वह अमेरिकी कंपनी जी6 हॉस्पिटलिटी को खरीदने के लिए तैयार हो गई है. जी6 हॉस्पिटलिटी अमेरिका में मोटल6 और स्टूडियो6 ब्रांड नाम से बिजनेस करती है. मोटल6 और स्टूडियो6 को अमेरिका के आयकॉनिक बजट होटल ब्रांड में गिना जाता है.</p>
<h3>525 मिलियन डॉलर की ऑल-कैश डील</h3>
<p>ओयो दोनों बजट होटल ब्रांड को ब्लैकस्टोन रियल एस्टेट से खरीद रही है. कंपनी के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, यह सौदा 525 मिलियन डॉलर में पूरी तरह से कैश में होने वाला है. यह सौदा इस साल की अंतिम तिमाही में पूरा होने की उम्मीद है. ओयो का कहना है कि नियामकीय मंजूरियों के बाद सौदे को अक्टूबर से दिसंबर 2024 के दौरान पूरा किया जा सकता है.</p>
<h3>2019 से अमेरिका में कर रही बिजनेस</h3>
<p>ओयो पहले ही अमेरिका में मजबूत उपस्थिति रखती है. कंपनी ने साल 2019 में अमेरिकी बाजार में कदम रखा था. पिछले साल उसने अमेरिकी बाजार में लगभग 100 नए होटलों को अपने साथ जोड़ा था. अभी उसके नेटवर्क में अमेरिका के 35 राज्यों में 320 से ज्यादा होटल हैं. कंपनी की योजना इस साल करीब 250 होटल को जोड़ने की है.</p>
<h3>ओयो को डील से फायदे की उम्मीद</h3>
<p>हॉस्पिटलिटी स्टार्टअप ओयो का मानना है कि जी6 हॉस्पिटलिटी को खरीदने से उसे अमेरिका में अपने दायरे को बढ़ाने में महत्वपूर्ण मदद मिलने वाली है. जी6 हॉस्पिटलिटी को मोटल6 ब्रांड के फ्रेंचाइजी नेटवर्क से मोटी कमाई होती है. यह नेटवर्क कंपनी को 1.7 बिलियन डॉलर का ग्रॉस रूम रेवेन्यू कमाकर दे चुका है. इस ब्रांड से जी6 हॉस्पिटलिटी के लिए मजबूत फी बेस तैयार हुआ है और उसे बढ़िया कैश फ्लो का फायदा मिलता है.</p>
<p><strong>ये भी पढ़ें: <a href="https://www.abplive.com/business/oyo-valuation-went-down-heavily-ceo-ritesh-agarwal-invests-830-crore-rupees-in-recent-funding-round-2759740">ओयो के फाउंडर रितेश अग्रवाल ने ताजा फंडिग राउंड में कंपनी में डाले 830 करोड़ रुपये</a></strong></p>
[ad_2]
Source link