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TIME Magazine: दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क लगातार खबरों में बने रहते हैं लेकिन इस बार वो एक अलग वजह से चर्चा में हैं. दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित मैगजीन TIME ने एलन मस्क की चेक लिस्ट या To-Do लिस्ट को अपने दिसंबर एडिशन में शामिल किया है और बताया है एलन मस्क आगे चलकर क्या करना चाहते हैं. हालांकि इस चेकलिस्ट को टेस्ला और स्पेसएक्स के मालिक एलन मस्क ने ही नकार दिया है और कहा है कि उन्होंने ऐसा कोई इंटरव्यू नहीं दिया है और ना ही अपनी कोई चेकलिस्ट बताई है. गुरुवार को एक X पोस्ट के जरिए मस्क ने ये करारा जवाब दिया.
क्या है सारा मामला
टाइम मैगजीन के दिसंबर एडिशन को कवर हेडलाइन में “Citizen Musk: What’s next on his to-do list?” लिखा है और उनकी तस्वीर को इस्तेमाल किया गया है. एलन मस्क की चेक लिस्ट का हवाला देते हुए टाइम ने उनकी कई उपलब्धियों को चेक लिस्ट में टिक किया है. इसमें इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, दुनिया का सबसे अमीर इंसान, ट्विटर को खरीदना, रॉकेट लॉन्च करना, रॉकेट को वापस लाना, इंसान के दिमाग में ह्यूमन ब्रेन चिप इंप्लान्ट करना, ट्रंप को निर्वाचित करना जैसे कई कामों के आगे क्रॉस साइन है जिससे पता चलता है कि ये काम एलन मस्क कर चुके हैं.
टाइम मैगजीन के मुताबिक एलन मस्क के कौन-कौन से काम बाकी
टाइम मैगजीन के मुताबिक 2 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंचना और मंगल ग्रह तक विमान पहुंचाने जैसे कामों के आगे टू-डू लिस्ट में बॉक्स खाली हैं जिससे पता चलता है कि मस्क के लिए अभी ये काम बाकी हैं.
एलन मस्क ने X पोस्ट में क्या लिखा
अरबपति एलन मस्क ने इस टाइम मैगजीन के उनपर लिखे गए लेख और कवर पेज पर दी गई चेकलिस्ट के बारे में कहा कि ये उनकी टू-डू लिस्ट या चेकलिस्ट नहीं है. उन्होंने एक्स पर लिखा कि.. वो चेतना के संभावति लाइफ स्पैन को मैक्सिमम बनाने के लिए जीवन को कई ग्रहों के साथ (बहुग्रहीय) कारगर बनाने की कोशिशों में लगे हैं. मस्क ने एक्स पर लिखा, “स्पष्ट रूप से कहूं तो मैंने कोई मीडिया साक्षात्कार नहीं दिया है और यह वास्तव में मेरी चेकलिस्ट नहीं है.
अमेरिका की राजनीति में एलन मस्क का बढ़ता रुतबा
अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में नए गठित किए गए गवर्नमेंट एफिशिएंसी के डिपार्टमेंट के लिए एलन मस्क और विवेक रामास्वामी को नामांकित किया है. ट्रंप ने कहा कि मस्क और रामास्वामी बढ़ती सरकारी ब्यूरोक्रेसी को घटाने, अतिरिक्त नियामकीय आदेशों को कम करने के साथ फेडरल एजेंसियो में हो रही बर्बादी और रीस्ट्रक्चरिंग पर ध्यान देंगे.
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