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Israel-Hamas War: फलस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के पास एक ग्लोबल फंडिंग नेटवर्क है जिसके जरिए ये मित्र देशों से समर्थन प्राप्त करता है. इसके अंतर्गत दान और गाजा सुरंगों के जरिए हमास कैश भेजता है और अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों को दरकिनार करने के लिए क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल करता है. एक्सपर्ट्स और अधिकारियों के मुताबिक हमास के पास कई माध्यम हैं जिनसे वो वित्तीय मदद हासिल करता रहता है.
हमास की वित्तीय फंडिंग को रोकने के लिए कवायद जारी
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक हमास जो इस समय गाजा पट्टी पर राज कर रहा है के लिए हालांकि अब आगे के लिए फंडिंग जुटाने में दिक्कत आने वाली है. सैकड़ों इजरायली, हजारों आम नागरिकों की हत्या हमास के लड़ाकों ने की है. मौजूदा इजरायल-हमास युद्ध के बाद जो ग्लोबल संकट के बादल छाए हैं उससे निपटने के लिए हमास के वित्तीय संसाधनों को रोके जाने की कवायद तेज होती जा रही है.
इजरायल-हमास के बीच युद्ध से बिगड़ी ग्लोबल स्थिति
इजरायल ने गाजा के इतिहास के 75 सालों के संघर्ष में अब तक की सबसे भारी बमबारी की है और इस 7 अक्टूबर शनिवार को इजरायल ने गाजा पर भीषण बमबारी के जरिए हमास को कड़ा जवाब दिया. इसी कड़ी में बार्कलेज बैंक के अथॉरिटीज ने कहा है कि उन्होंने कई बैंक अकाउंट्स को फ्रीज कर दिया है जो कि कथित तौर पर हमास की फंडिंग के लिए इस्तेमाल हो रहे थे. इसके अलावा क्रिप्टोकरेंसी अकाउंट्स को भी ब्लॉक किया गया है. हालांकि इसके वैल्यू और ऐसेट्स के साथ इस बात का भी खुलासा नहीं किया गया कि कितने ऐसे खातों को फ्रीज या ब्लॉक किया गया है.
इजरायल ने किया क्रिप्टो खातों को ब्लॉक
खबर आई है कि दिसंबर 2021 से लेकर अप्रैल 2023 तक यानी इस वित्त वर्ष की शुरुआत तक इजरायल 190 क्रिप्टो अकाउंट्स को जब्त कर लिया और कहा कि ये हमास से जुड़े हुए थे. इन सब खबरों के दम पर इस बात का खुलासा होता है कि हमास जो कि कई सालों से गाजा पट्टी में संघर्ष का रास्ता अपनाए हुए है- किस तरह से अपने संगठन के लिए पैसे या फंडिंग जुटाने के लिए नए-नए तरीकों का इस्तेमाल कर रहा है.
हमास का जटिल वित्तीय नेटवर्क
हमास का जटिल वित्तीय नेटवर्क ऐसा है जिसमें बहुत कुछ छुपा हुआ है, कुछ कानूनी, कुछ अवैध रास्तों के जरिए हमास की फंडिंग आ रही है. कुछ अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक हमास के बजट का 300 मिलियन से ज्यादा टैक्सास से आया वो भी बिजनेस रूट के जरिए. इतना ही नहीं ईरान और कतर से चैरिटी या दान के तौर पर भी काफी रकम आई है.
कहां से आ रही है फंडिंग
इजरायल लंबे समय से ईरान के मौलवी शासकों पर हमास को हथियारों की सप्लाई करके हिंसा भड़काने का आरोप लगाता रहा है. तेहरान का कहना है कि वह हमास को नैतिक और वित्तीय मदद देता है. गैस के भंडार में समृद्ध कतर ने भी 2014 से गाजा को करोड़ों डॉलर का पेमेंट किया है.कतर विदेश नीति पर सख्ती से चलता है. इस एरिया के सबसे बड़े अमेरिकी सैन्य अड्डे, तालिबान और अन्य समूहों की मेजबानी करता है, अक्सर उसे मध्यस्थता करने की मंजूरी देता है. हमास ने एक सीक्रेट नेटवर्क बनाया है जिसमें कंपनियों के जरिए 500 मिलियन का पैसा आ रहा है. यूएस ने तुर्की से सऊदी अरब से लेकर कई फर्मों पर प्रतिबंध लगाया है.
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