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Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में बना भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर सनातन प्रेमियों के लिए खास महत्व रखता है. अब मंदिर के उद्घाटन और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए एक महीने से भी कम समय बचा है. हाल ही में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने राम मंदिर का नक्शा दिखाते हुए बताया कि, मंदिर में प्रभु श्रीराम के लिए कितनी सीढ़ियां चढ़नी होंगी, प्रवेश द्वार और निकासी द्वार किस दिशा में होगा आदि.
रामलला के दर्शन के लिए चढ़नी होंगी इतनी सीढ़ियां
चंपत राय ने बताया कि, भक्तों को प्रभु रामलला के दर्शन के लिए 32 सीढ़ियां चढ़नी होंगी. 32 सीढ़ियां चढ़ने के बाद भक्त मुख्य धाम तक पहुंचेंगे. हालांकि दिव्यांग जनों के लिए मंदिर के पश्चिमी भाग में लिफ्ट की भी व्यवस्था रहेगी.
पूर्व दिशा से प्रवेश और दक्षिण में होगा निकास
मंदिर का नक्शा दिखाते हुए चंपत राय ने बताया कि, राम मंदिर में पूर्व दिशा से श्रद्धालु प्रवेश करेंगे और प्रभु के दर्शन करने के बाद उन्हें दक्षिण दिशा से बाहर निकाला जाएगा. इसके अलावा मंदिर के भीतर अलग-अलग 44 द्वार भी बनाए जाएंगे. 70 एकड़ भूमि में रामलला परिसर में ही उनके गुरुओं का भी मंदिर होगा. इसके साथ ही सबरी और अहिल्याबाई माता के भी मंदिर बनेंगे. लेकिन यह प्रकिया मुख्य मंदिर के निर्माण के बाद शुरू होगी.
अयोध्या राम मंदिर से जुड़ी अहम बातें-
- 70 एकड़ भूमि में संपूर्ण मंदिर तीन मंजिला होगा. प्रत्येक मंजिल की ऊंचाई 20 फीट होगी.
- मंदिर परिसर में महर्षि वाल्मिकी, महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, निषाद राज, माता शबरी और देवी अहिल्या के भी मंदिर होंगे.
- मंदिर परिसर के 70 एकड़ भूमि क्षेत्र का लगभग 70% एरिया हरा-भरा होगा, जिसमें सौ साल से भी अधिक पुराने वृक्ष हैं.
- राम मंदिर तीन मंजिला बनेगा, जिसमें मंदिर के भूतल का काम पूरा हो चुका है. पहली मंजिल निर्माणाधीन है और इसका कार्य भी अगले साल पूरा हो जाएगा.
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