Artificial Intelligence: आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी एआई टेक्नोलॉजी का चलन पिछले कुछ सालों से काफी ज्यादा चल रहा है. इस टेक्नोलॉजी का उपयोग और क्रेज दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है. टेक के विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में एआई ही दुनिया का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाली टेक्नोलॉजी हो सकती है. यही कारण है कि दुनियाभर के कई क्षेत्रों के काम में एआई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होने लगा है, और इसकी मांग दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है.
एआई जॉब्स की बढ़ती मांग
इस वजह से भारत में दुनियाभर के कई देशों में सरकार और टेक की दिग्गज कंपनियां लोगों को एआई की ट्रेनिंग देने लगी है. माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ बिल गेट्स हाल ही में भारत के दौरे पर आए थे, और उन्होंने इस दौरान ऐलान किया कि उनकी कंपनी भारत के लाखों लोगों को एआई ट्रेनिंग देगी और भारत भविष्य में एआई टेक्नोलॉजी का हब बनेगा.
अब भारत समेत विश्वभर के कई लोग एआई टेक्नोलॉजी के बारे में जानने में काफी उत्सुक हैं. इनमें सबसे ज्यादा उत्सुक्ता इस बात को लेकर हैं कि एआई जॉब्स करने वाले लोगों को कितनी सैलरी मिलती है. आइए हम आपको इसके बारे में पता चली एक लेटेस्ट रिपोर्ट के बारे में बताते हैं.
एआई जॉब्स करने वालों की सैलरी
प्रोफेशनल सर्विसेज फर्म AON के द्वारा जारी किए गए एक लेटेस्ट आंकड़ों से पता चला है कि एआई टेक्नोलॉजी और मशीन लर्निंग्स की नौकरी करने वाले लोगों की सैलरी बाकी क्षेत्रों में नौकरी करने वाले लोगों से कई गुना ज्यादा है. आइए हम आपको बताते हैं कि अलग-अलग फील्ड में एआई जॉब्स करने वाले कर्मचारियों की औसत सैलरी के बारे में बताते हैं.
- आईटी सर्विस देने वाली कंपनियों में 0-5 साल अनुभव वाले AI (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस) या ML (मशीन लर्निंग्स) कर्मचारियों को औसतन 14 से 18 लाख रुपये का वार्षिक पैकेज मिलता है. इस तरह से उनकी मंथली सैलरी करीब 1-1.50 लाख रुपये तक हो सकती है.
- GCC की फील्ड में एआई और एमएल कर्मचारियों को औसतन 16-20 लाख रुपये तक का वार्षिक पैकेज मिलता है.
- प्रॉडक्ट कंपनियों में एआई और एमएल फील्ड के कर्मचारियों को औसतन 22 से 26 लाख रुपये तक का वार्षिक पैकेज मिलता है.
- इसके अलावा एआई और एमएल के क्षेत्र में जिन कर्मचारियों को 10-15 साल का अनुभव है, उन्हें औसतन 44-96 लाख रुपये तक का वार्षिक पैकेज मिल सकता है.
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