विश्व शाकाहारी दिवस 2023: सनातन में महापाप है पशु-पक्षियों का भक्षण, जानिए शाकाहारी भोजन के लाभ

[ad_1]

World Vegetarian Day 2023: दुनियाभर में 01 अक्टूबर के दिन को विश्व शाकाहारी दिवस (World Vegetarian Day 2022) के रूप में मनाया जाता है. इस दिन को विशेष दिवस में मनाए जाने की शुरुआत सबसे पहले नॉर्थ अमेरिकन वेजीटेरियन सोसाइटी द्वारा की गई और शाकाहारी दिवस को विश्वभर में मनाए जाने के लिए 1978 में बढ़ावा दिया गया.

विश्व शाकाहारी दिवस को मनाने का उद्देश्य शाकाहारी भोजन को बढ़ावा देना और जीव-जंतुओं व पर्यावण को संरिक्षत करना है. लेकिन हिंदू धर्म में हमेशा ही शुद्ध, सात्विक और शाकाहारी भोजन को महत्व दिया गया है और इसे उत्तम माना गय है.

शाकाहारी भोजन को लेकर क्या कहता है वेद

धार्मिक ग्रंथ वेदों में भी मांस खाना पूर्णता: वर्जित माना जाता है. क्योंकि हिंदू धर्म में पशु हत्या को महापाप की श्रेणी में रखा गया है.

यः पौरुषेयेण क्रविषा समङ्क्ते यो अश्व्येन पशुना यातुधानः यो अघ्न्याया भरति क्षीरमग्ने तेषां शीर्षाणि हरसापि वृश्च ।। (ऋग्वेद, मंडल 10, सूक्त 87, ऋचा 16)

अर्थ है: जो व्यक्ति नर, अश्व या किसी अन्य पशु के मांस का भक्षण करता है या पशु हत्या कर उसे अपने शरीर का भाग बनाता है, गौ हत्या कर अन्य जनों को दूध से वंचित रखता है, हे अग्निस्वरूप राजा यदि ऐसा दुष्ट व्यक्ति किसी और प्रकार से न सुने या समझे तो आप इसके मस्तिष्क शरीर से विदारित करने में संकोच न करें.

गीता में अन्न को तीन प्रकार की श्रेणियों सत्व, रज और तम में विभाजित किया गया है. इसके अनुसार, अन्न से ही मन और विचारों का निर्माण होता है. इसलिए जो मनुष्य सात्विक भोजन को ग्रहण करता है उसकी सोच सात्विक होती है. ऐसे में सात्विकता के लिए सात्विक भोजन, राजसिकता के लिए राजसिक (तेल, मसाले युक्त) भोजन और तामसिकता के लिए तामसिक (मांसाहार) भोजन होता है.

शाकाहारी भोजन के लाभ (benefits of vegetarian diet)

  • शाकाहारी भोजन जल्दी पाचन हो जाता है. क्योंकि ऐसे भोजन में फाइबर अधिक होता है, जो पाचन क्रिया में सहायक होते हैं. यह आपके मस्तिक को बुद्धिमान बनाता है.
  • शाकाहारी भोजन गंभीर बीमारियों से भी बचाता है. क्योंकि सब्जियों में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन, कार्बोहाईड्रेट, वसा और आवश्यक तत्व पाए जाते हैं

हिंदू धर्म में नर, अश्व, गाय, सर्प, सुअर, शेर, हांथी और पवित्र पक्षियों की हत्या कर भक्षण करने को घोर पाप माना गया है. इसलिए पाप से बचें, सभी जीवों पर दया करें और शाकाहार बनें.

ये भी पढ़ें: Pitru Paksha 2023: पितृ तर्पण में भूल से भी न करें इन 5 फूलों का इस्तेमाल, नाराज होकर लौट जाएंगे पूर्वज

Disclaimer:यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *