TCS CEO Krithivasan: टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने हायरिंग को लेकर अपना प्लान साफ कर दिया है. कंपनी के सीईओ के कृतिवासन (K Krithivasan) ने कहा है कि कंपनी को और ज्यादा लोगों की जरूरत पड़ेगी. इसलिए आईटी कंपनी इस साल भी कई नौकरियां देगी. आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी के इस रुख से नौकरियों पर छाए ग्लोबल सुस्ती की आशंका के बादल छंटते नजर आ रहे हैं.
आईटी सेक्टर में डिमांड बढ़ने की उम्मीद
टीसीएस सीईओ कृतिवासन ने नैसकॉम (Nasscom) के एक कार्यक्रम में कहा कि कंपनी हायरिंग में कटौती की कोई योजना नहीं बना रही है. हमारी योजना ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपने साथ जोड़ने की है. आईटी सेक्टर (IT Sector) में डिमांड बढ़ने की पूरी उम्मीद है. उन्होंने कहा कि इकोनॉमी में तेजी आ रही है. हमें इसमें आईटी सेक्टर के लिए भी उम्मीद की किरण नजर आती है. काम बढ़ेगा तो लोगों की जरूरत भी होगी. ऐसे में कंपनी नौकरियां घटाने की बजाय ज्यादा से ज्यादा नए जॉब देने को तैयार है. हम पहले भी बहुत नौकरियां देते रहे हैं. हो सकता है कि नौकरियां देने का समय बदल जाए लेकिन, हायरिंग चलती रहेगी.
कैंपस प्लेसमेंट से दूरी बना रहीं कंपनियां
टीसीएस देश की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी है. यह रेवेन्यू, प्रॉफिट और वर्क फोर्स के मामले में भी नंबर वन है. कंपनी में 6 लाख से भी ज्यादा कर्मचारी पूरी दुनिया में काम करते हैं. टीसीएस सीईओ कृतिवासन का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब हर सेक्टर से छंटनी की खबरें आ रही हैं. नई नौकरियों को लेकर भी मार्केट में सुस्ती छाई हुई है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि कुछ कंपनियों ने इस साल कैंपस प्लेसमेंट में भी हिस्सा न लेने का फैसला लिया है.
आईटी इंडस्ट्री में मिलीं 60 हजार नौकरियां
सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री की संस्था नैसकॉम ने हाल ही में कहा था कि आईटी सेक्टर में वित्त वर्ष 2023-24 में लगभग 60 हजार नई नौकरियां मिली हैं. यह आंकड़ा वित्त वर्ष 2022-23 के मुकाबले काफी कम है. आईटी इंडस्ट्री में इस समय लगभग 5.43 लाख लोग काम कर रहे हैं. कृतिवासन ने बताया कि टीसीएस में 2 लाख से भी ज्यादा महिला कर्मचारी हैं. यह आंकड़ा कंपनी के कुल वर्कफोर्स का 35.7 फीसदी है.
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