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Budget 2024: केंद्र सरकार एक फरवरी, 2024 को अंतरिम बजट पेश करनी वाली है. यह हर साल आने वाले आम बजट से अलग होता है. चूंकि, इस साल देश में आम चुनाव होने जा रहे हैं इसलिए पूर्ण बजट के बजाय अंतरिम बजट (Interim Budget) आएगा. चुनाव के बाद बनने वाली सरकार पूर्ण बजट पेश करेगी. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) यह अंतरिम बजट पेश करेंगी. अपना छठा बजट पेश करके वो इतिहास रचने वाली हैं. इसके लिए हलवा सेरेमनी का आयोजन किया जा चुका है. देश में आजादी के बाद से अब तक 14 बार अंतरिम बजट पेश किया गया है. आइए एक नजर उन पर डाल लेते हैं.
क्या होता है अंतरिम बजट
अंतरिम बजट सालाना या आम बजट से छोटा होता है. इसमें नई सरकार के गठन तक राजस्व और खर्च के अनुमान को प्रस्तुत किया जाता है ताकि मार्केट में इनवेस्टर्स का भरोसा बना रहे. नई सरकार के पूर्ण बजट तक तक यह लागू रहता है. इसमें बड़ी घोषणाएं करने से बचा जाता है.
14 बार आ चुका है अंतरिम बजट
भारत में अब तक 14 बार अंतरिम बजट पेश किया जा चुका है. देश का पहला अंतरिम बजट 29 फरवरी, 1952 को सीडी देशमुख ने पेश किया था. देश का दूसरा अंतरिम बजट टीटी कृष्णमाचारी ने 19 मार्च, 1957 को पेश किया. देश का तीसरा अंतरिम बजट मोरारजी देसाई ने 14 मार्च, 1962 को पेश किया. मोरारजी देसाई ने ही देश का चौथा अंतरिम बजट 20 मार्च, 1967 को पेश किया था. इसके बाद 24 मार्च 1971 को देश का पांचवां अंतरिम बजट वाईबी चव्हाण ने पेश किया. फिर एचएम पटेल 28 मार्च, 1977 को छठवां अंतरिम बजट लेकर आए. 11 मार्च, 1980 को आर वेंकटरमन ने सातवां अंतरिम बजट देश के सामने रखा.
यशवंत सिन्हा ने दो बार पेश किया अंतरिम बजट
यशवंत सिन्हा ने 4 मार्च, 1991 को देश के समक्ष आठवां अंतरिम बजट पेश किया. फिर मनमोहन सिंह 28 फरवरी, 1996 को नौवां अंतरिम बजट लेकर आए. यशवंत सिन्हा ने 25 मार्च, 1998 को देश का 10वां अंतरिम बजट पेश किया. 3 फरवरी, 2004 को देश का 11वां अंतरिम बजट आया, जिसे लेकर आए जसवंत सिंह आए. इसके बाद प्रणब मुखर्जी ने 16 फरवरी, 2009 को देश का 12वां अंतरिम बजट पेश किया. देश का 13वां अंतरिम बजट पी चिदंबरम ने 17 फरवरी, 2014 को पेश किया. इसके बाद 14वां अंतरिम बजट पीयूष गोयल एक फरवरी, 2019 को लेकर आए थे.
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