महिला कर्मचारी ने नौकरी से निकाले जाने का वीडियो बनाया, कंपनी के सीईओ भी देखकर हुए भावुक 

[ad_1]

Layoff Video: एक महिला कर्मचारी ने खुद को नौकरी से निकाले जाने का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया. इस वीडियो ने कंपनी के सीईओ को भी भावुक कर दिया. उन्होंने इस वीडियो को दर्दनाक बताते हुए कहा कि हमें छंटनी करने की प्रक्रिया में सुधार करने चाहिए. 

वीडियो कॉल पर नौकरी से निकाल दिया 

दरअसल सेन फ्रांसिस्को की साइबर सिक्योरिटी कंपनी क्लाउडफ्लेयर (Cloudflare) ने पिछले हफ्ते लगभग 60 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया. कंपनी का दावा था कि ये कर्मचारी ठीक से प्रदर्शन नहीं कर रहे थे. इसी दौरान ब्रिटनी पिश्च नाम की एक महिला कर्मचारी को भी वीडियो कॉल पर निकाला गया. ब्रिटनी ने अपने निकाले जाने का वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर डाल दिया. यह वीडियो तुरंत वायरल हो गया और इसके 21 लाख व्यू हो गए. कंपनी के सीईओ मैथ्यू प्रिंस ने जब यह वीडियो देखा तो वह भावुक हो गए. उन्होंने लिखा कि इसे देखना दर्दनाक है. 

कंपनी की एचआर के पास नहीं थे सवालों के जवाब  

वीडियो कॉल पर कंपनी की एचआर ने ब्रिटनी को बताया कि असंतोषजनक प्रदर्शन के चलते उन्हें निकाला जा रहा है. मगर, जब उसने कारण पूछा तो एचआर ब्रिटनी को सही से जवाब भी नहीं दे पाई. ब्रिटनी ने कहा कि अभी तक मेरे मैनेजर ने हमेशा मुझे अच्छे रिव्यु दिए हैं. ब्रिटनी को नौकरी से निकालते समय उनके मैनेजर को भी नहीं जोड़ा गया था. इसके बाद ब्रिटनी की आंखों में आंसू आ गए और उन्होंने कहा कि मैं आपके रिव्यु से संतुष्ट नहीं हूं. आप मुझे पूरा विवरण दीजिए.

महिला कर्मचारी की आंखों में आए आंसू 

ब्रिटनी ने आंखों में आंसू लिए हुआ कहा कि आपके लिए लोगों को निकालना बहुत आसान है. आप 10 से 15 मिनट में किसी को बता देते हैं कि उसे नौकरी से निकाला जा रहा है. इससे कर्मचारी के जीवन में उथलपुथल मच जाती है. मगर, आपके पास किसी को निकालने का सही कारण तक नहीं है. 

कंपनी के सीईओ ने गलती स्वीकारी 

इस वीडियो के बाद सोशल मीडिया पर छंटनी को लेकर बहस छिड़ गई. लोगों ने कंपनी पर अलग-अलग तरह के आरोप लगाए. हालांकि, क्लाउडफ्लेयर ने दोहराया कि किसी भी कर्मचारी को बिना वजह नहीं निकाला गया है. हालांकि, कंपनी के सीईओ प्रिंस ने स्वीकारा कि छंटनी की प्रक्रिया को बेहतर ढंग से किया जाना चाहिए. ऐसे फैसले लेते समय एचआर के साथ मैनेजर को भी होना चाहिए. छंटनी में निकाले गए कर्मचारी खराब नहीं होते हैं. बस उनके लिए कंपनी के पास उस समय कोई काम नहीं होता है. उन्होंने भरोसा दिलाया कि भविष्य में कंपनी और बेहतर तरीके से काम करेगी.

ये भी पढ़ें 

Lakshadweep: पिछले साल सबसे कम लोग गए लक्षद्वीप, पीएम मोदी की यात्रा से बढ़ गई उम्मीद 



[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *