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Parama Ekadashi 2023: हिंदू धर्म में भगवान विष्णु का आशीर्वाद पाने के लिए एकादशी व्रत रखने का विधान है. 12 अगस्त 2023 को परमा एकादशी का व्रत रखा जाएगा. ये अधिकमास के कृष्ण पक्ष की एकादशी है. मान्यता है इस व्रत को करने से कभी धन की कमी नहीं रहती, आर्थिक तौर पर लाभ मिलता है.
पौराणिक कथा के अनुसार इस व्रत के प्रताप से गरीब ब्राह्मण भी धनवान बन गया था. सनातन परंपरा में एकादशी व्रत को लेकर कुछेक नियम भी बताए गए हैं, जिसकी अनदेखी करने पर व्यक्ति को पुण्य की जगह पाप का भागीदार बनना पड़ता है.
परमा एकादशी व्रत के दिन न करें ये काम (Parama Ekadashi Dont’s)
- सुबह न करें ये काम – परमा एकादशी व्रत करने से सालभर के धार्मिक कर्म और दान का पुण्य मिल जाता है इसलिए इस दिन सुबह देर तक न सोए, दोपहर में भी नहीं सोना चाहिए और व्रती रात्रि जागरण कर विष्णु जी के मंत्रों का जाप करें.
- दरवाजे पर आए अतिथि – एकादशी के दिन जो व्यक्ति, पशु-पक्षी घर आए तो उसे कुछ खिलाए बिना न भेजें. इस दिन पितर किसी भी रूप में आपके द्वार आ सकते हैं.
- इस रंग के कपड़े- इस दिन व्रत करने वाले व्यक्ति को काले रंग के वस्त्र भूलकर नहीं पहनना चाहिए. काला रंग नकारात्मकता का प्रतीक है. इससे व्रती पर बुरा प्रभाव पड़ता है, व्रत का फल नहीं मिलता.
- दान न लें – परमा एकादशी के दिन दान देना पुण्यकारी माना जाता है लेकिन ध्यान रहे इस दिन व्रत करने वाले भूलकर किसी दूसरे के घर का जल, फल नहीं खाना चाहिए, न ही कोई दान लेना चाहिए. अगर किसी कारणवश ऐसा करना पड़े तो उसके बदले उन्हें रुपए दे दें. इससे व्रत नष्ट नहीं होता.
- खुद पर रखें काबू – परमा एकादशी व्रत वाले दिन व्यक्ति को स्त्री प्रसंग से बचते हुए पूरी तरह से ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए. काम, क्रोध या ईर्ष्या की भावना का त्याग करें, तभी व्रत का फल मिलेगा.
परमा एकादशी के दिन जरुर करें ये 3 काम (Parama Ekadashi Do’s)
- परमा एकादशी का व्रत 3 साल में एक बार आता है ऐसे में इसका पूर्ण लाभ लेना चाहते हैं तो इस दिन विष्णु जी का पंचामृत, केसर मिश्रित जल से अभिषेक करें. तुलसी दल चढ़ाएं और कथा का श्रवण करें.
- परमा एकादशी व्रत के दिन व्रत गीता का पाठ करना सबसे शुभ माना जाता है. मान्यता है इससे आर्थिक तंगी दूर होती है, मानसिक तनाव से मुक्ति मिलती है.
- एकादशी के दिन पीपल की पूजा जरुर करें. इस दिन पीपल में लक्ष्मी-नारायण का वास होता है. 7 परिक्रमा करते हुए पीपल में कच्चा सूत लपेटें और परिवार की खुशहाली, संतान सुख की कामना करें. ये उपाय बहुत कारगर है.
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