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World Cup 2023 Final: वर्ल्ड कप 2023 में भारतीय गेंदबाज सबसे उम्दा रहे हैं. टीम इंडिया की पेस तिकड़ी (शमी-बुमराह-सिराज) ने तो विपक्षी बल्लेबाजों पर खूब कहर बरपा ही है, साथ ही स्पिन विभाग में कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा ने भी अपना काम बखूबी किया है. अब वर्ल्ड कप फाइनल में इन पांचों की अग्नि परीक्षा होनी है.
दरअसल, ऑस्ट्रेलिया की बैटिंग लाइन-अप में एक से बड़कर एक दिग्गज मौजूद हैं. टॉप-7 में से तीन का बल्लेबाजी औसत भारत के खिलाफ 50+ का रहा है. वहीं एक बल्लेबाज तो भारत-ऑस्ट्रेलिया वनडे इतिहास में सबसे ज्यादा स्ट्राइक रेट का रिकॉर्ड बनाए हुए हैं. ऐसे में भारतीय गेंदबाजों के सामने इस दमदार ऑस्ट्रेलिया बैटिंग लाइन-अप को रोकने की चुनौती होगी. भारतीय बॉलर्स को यहां सबसे पहले तो ट्रेविड हेड और मिचेल मार्श को जितनी जल्द हो सके, पवेलियन भेजने की कोशिश करनी होगी. ऐसा इसिलए क्योंकि यह दो ऐसे बल्लेबाज हैं, जो अकेले दम पर ऑस्ट्रेलिया को मैच जीता सकते हैं.
चल गए तो तूफान ला देते हैं मिचेल मार्श
यह ऑलराउंडर भारत-ऑस्ट्रेलिया के वनडे इतिहास में सबसे ज्यादा बल्लेबाजी औसत से रन जड़ने के मामले में चौथे पायदान पर हैं. वर्ल्ड कप 2023 फाइनल में हिस्सा लेने वाला कोई भी बल्लेबाज इस मामले में उनके ईर्द-गिर्द भी नहीं है. टीम इंडिया के खिलाफ मार्श का बल्लेबाजी औसत 65.42 है.
मिचेल मार्श ने अब तक टीम इंडिया के खिलाफ 11 वनडे मैचों की 10 पारियों में 458 रन जड़े हैं. इस दौरान उन्होंने एक शतक और तीन अर्धशतक जमाए हैं. भारत के खिलाफ उनका स्ट्राइक रेट भी लाजवाब है. वह 116 के स्ट्राइक रेट से रन जड़ते हैं. स्ट्राइक रेट के मामले में भी वह भारत-ऑस्ट्रेलिया वनडे इतिहास में दूसरे पायदान पर हैं.
इन सब के इतर मिचेल मार्श का वर्तमान फॉर्म है. वह इस वर्ल्ड कप में 9 मुकाबलों में 426 रन जड़ चुके हैं. यहां उनकी 177 रन की वह विस्फोटक नाबाद पारी भी है, जो उन्होंने हाल ही में बांग्लादेश के खिलाफ खेली थी. मिचेल मार्श एक बार शुरू हो जाते हैं तो उन्हें रोकना नामुमकिन हो जाता है. यह खिलाड़ी लगातार चौके-छक्के उड़ाने में माहिर है. एक छोर से विकेट गिरते रहे या सारी परिस्थितियां विषम हो जाएं, यह बल्लेबाज बिना दबाव के ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते रहता है. यही कारण है कि यह शख्स अपने दम पर मैच जीताने की काबिलियत भी रखता है. भारतीय टीम को आज इन्हें जल्द से जल्द पवेलियन भेजना जरूरी होगा.
शुरुआत से ही टीम का मोमेंटम सेट कर देते हैं ट्रेविस हेड
टीम इंडिया के लिए जो काम रोहित शर्मा करते हैं, वहीं काम ऑस्ट्रेलिया के लिए ट्रेविस हेड का है. यह सलामी बल्लेबाज मैच की पहली गेंद से ही विपक्षी गेंदबाजों पर टूट पड़ता है. शुरुआत से ही विस्फोटक रूप अख्तियार कर यह बल्लेबाज सामने वाले गेंदबाज को हतोत्साहित करने की क्षमता रखता है. अगर यह कुछ ओवर्स भी पिच पर खड़े रह गए तो अपनी टीम के लिए ऐसा मजबूत बेस और मोमेंटम सेट कर देते हैं कि फिर आगे आने वाले बल्लेबाज भी बेधड़क खेलकर जीत की राह बना देते हैं.
वैसे, ट्रेविस हेड का अब तक भारतीय टीम के खिलाफ वनडे में कोई खास रिकॉर्ड नहीं रहा है लेकिन इसी साल उन्होंने भारत से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का टाइटल छीन लिया था. फाइनल में उऩ्होंने ऐसी बल्लेबाजी की थी कि भारतीय गेंदबाजों के पास उनका कोई जवाब नहीं रह गया था. इस वर्ल्ड कप में भी ट्रेविड अपना दम दिखा चुके हैं. ऐसे में भारतीय टीम को अगर चैंपियन बनना है तो इन्हें शुरुआत में ही पवेलियन की राह दिखानी होगी.
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