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Hurun India Rich List 2023: 360 वन वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2023 में रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी ने अडानी समूह के मुखिया गौतम अडानी को पीछे छोड़त हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने अदानी समूह के अध्यक्ष गौतम अदानी को पीछे छोड़ते हुए सबसे अमीर भारतीय का खिताब फिर से हासिल कर लिया है.
हुरुन इंडिया और 360 वन वेल्थ ने आज 360 वन वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2023 जारी की है. यह भारत के सबसे अमीर व्यक्तियों की 12वीं सालाना रैंकिंग है. इस लिस्ट में मुकेश अंबानी से गौतम अडानी की संपत्ति काफी कम है, क्योंकि जनवरी के दौरान आई हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के कारण काफी गिरावट आई थी.
कितनी बढ़ गई मुकेश अंबानी की संपत्ति
रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले दशक में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 150 अरब डॉलर से ज्यादा का निवेश किया, जो भारत में किसी भी अन्य निगम से ज्यादा है. इस अवधि के दौरान मुकेश अंबपनी की संपत्ति 2014 में 1,65,100 करोड़ रुपये से बढ़कर 2023 में लगभग 8,08,700 करोड़ रुपये हो गई, जो चार गुना बढ़ोतरी है.
दूसरे स्थान पर खिसके गौतम अडानी
रिपोर्ट के मुताबिक, अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी 474,800 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ दूसरे स्थान पर खिसक गए हैं. वहीं सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के संस्थापक साइरस एस पूनावाला भारत के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति हैं और इनकी संपत्ति 2,78,500 करोड़ रुपये है.
शिव नादर के पास कितनी संपत्ति
एचसीएल के शिव नादर के पास 2,28,900 करोड़ रुपये की संपत्ति है और ये इस लिस्ट में चौथे स्थान पर हैं. इसके बाद गोपीचंद हिंदुजा और परिवार 1,76,500 करोड़ रुपये के साथ दूसरे स्थान पर है. सन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज के संस्थापक और नेता दिलीप सांघवी 1,64,300 करोड़ रुपये के साथ छठे स्थान पर हैं.
टॉप 10 में और कौन-कौन शामिल
एलएन मित्तल और परिवार की संपत्ति 1,62,300 करोड़ रुपये, राधाकिशन दमानी 1,43,900 करोड़ रुपये, कुमार मंगलम बिरला एंड फैमिली 1,25,600 करोड़ रुपये और निरज बजाज एंड फैमिली 1,20,700 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ टॉप 10 लिस्ट में शामिल हैं.
पांच सालों में बड़ी बढ़ोतरी
360 वन के सह-संस्थापक और 360 वन वेल्थ के संयुक्त सीईओ यतिन शाह ने कहा कि अब 1,319 व्यक्तियों के पास एक हजार करोड़ रुपये या उससे ज्यादा की संपत्ति है. उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल में 76 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है. वहीं लोगों की संपत्ति 109 करोड़ रुपये हो चुकी है, जो सिंगापुर, यूएई और सऊदी अरब की संयुक्त जीडीपी से ज्यादा है. उन्होंने कहा कि इस साल की सूची देश की बड़े उद्यमशीलता की भावना को उजागर करती है, जिसमें 64 फीसदी खुद के दम पर खड़े हुए हैं.
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