स्मॉल सेविंग स्कीमों की ब्याज दरों पर सरकार ने नहीं दिया तोहफा

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Small Saving Schemes Interest Rates: केंद्र सरकार ने छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों पर कोई तोहफा नहीं दिया है और अप्रैल-जून तिमाही के लिए ब्याज दरें स्थिर रखी हैं. आज 8 मार्च के दिन केंद्रीय सरकार ने आगामी वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही अप्रैल-जून के लिए ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. ये लगातार 7 तिमाहियों में पहला मौका है जब सरकार ने इन बचत स्कीमों पर ब्याज दरों में इजाफा नहीं किया है.

सरकारी नोटिफिकेशन हो गया जारी

एक सरकारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि 1 अप्रैल 2024 से शुरू होकर 30 जून, 2024 को खत्म होने वाली वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए कई लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरें बिना किसी बदलाव के रहेंगी. इसका मतलब है कि जिस तरह 1 जनवरी, 2024 से 31 मार्च 2024 की चौथी तिमाही के लिए दरें नोटिफाइड की गई थीं, वहीं इंटरेस्ट रेट्स वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए भी जारी रहेंगे. इसे सक्षम प्राधिकारी की मंजूरी मिली हुई है.

स्मॉल सेविंग स्कीम्स पर सरकार ने नहीं दिया तोहफा, अप्रैल-जून तिमाही के लिए ब्याज दरें स्थिर रखीं 

छोटी स्कीमों का ब्याज रेट जानें

स्मॉल सेविंग स्कीम का नाम                      ब्याज दरें                       

सुकन्या समृद्धि स्कीम                                  8.2 फीसदी
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम                      8.2 फीसदी 
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट                            7.7 फीसदी
पब्लिक प्रॉविडेंट फंड                                  7.1 फीसदी 
किसान विकास पत्र                                     7.5 फीसदी (115 महीने)
मंथली इनकम अकाउंट                               7.4 फीसदी

सेविंग खातों से लेकर अन्य छोटी स्कीमों का ब्याज रेट जानें

स्मॉल सेविंग स्कीम का नाम        ब्याज दरें        

सेविंग डिपॉजिट                        4 फीसदी
1 ईयर टाइम डिपॉजिट             6.9 फीसदी
2 ईयर टाइम डिपॉजिट             7.0 फीसदी
3 ईयर टाइम डिपॉजिट             7.1 फीसदी
5 ईयर टाइम डिपॉजिट             7.5 फीसदी
5 ईयर रिकरिंग डिपॉजिट          6.7 फीसदी

क्यों बिना बदलाव के छोड़ दी गईं स्मॉल सेविंग स्कीम्स

स्मॉल सेविंग इंटरेस्ट रेट्स, हालांकि सरकार द्वारा तय की जाती हैं और कंपेयरेबल मैच्योरिटी की इन गवर्नमेंट सिक्योरिटीज की यील्ड के बेस पर 0-100 आधार बेसिस पॉइंट का निर्धारण किया जाता है. ऐसे में, जब गवर्नमेंट सिक्योरिटीज पर मार्केट यील्ड गिरती है, तो छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें भी कम की जानी चाहिए. हालांकि, सरकारी बॉन्ड यील्ड में गिरावट के बावजूद 2024 की दूसरी तिमाही के लिए स्मॉल सेविंग इंटरेस्ट स्कीम्स को अपरिवर्तित छोड़ दिया गया है.

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