बात करें: पहले तो, अपने बच्चे के साथ बैठकर खुल कर बातचीत करें. पूछें कि स्कूल में उनका दिन कैसा रहता है और कोई उन्हें परेशान तो नहीं करता .
साथ दें: उन्हें बताएं कि आप हमेशा उनके साथ हैं और वे अकेले नहीं हैं. उन्हें ये समझाएं कि किसी के द्वारा परेशान किया जाना उनकी गलती नहीं है.
स्कूल से बात करें: बच्चे की बात सुनने के बाद, उनके टीचर या स्कूल के प्रिंसिपल से मिलें और पूरी बात बताएं. उनसे समाधान निकालने में मदद मांगें.
समाधान की रणनीति बनाएं: अपने बच्चे के साथ मिलकर एक प्लान बनाएं कि अगर फिर से कोई परेशान करे तो वे क्या करेंगे. उन्हें सही और गलत के बारे में समझाएं.
मदद लें: अगर लगे कि बात ज्यादा गंभीर है, तो किसी काउंसलर या मनोवैज्ञानिक से बात करने में हिचकिचाएं नहीं.
Published at : 09 Apr 2024 09:14 PM (IST)