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Samsung Electronics: सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स (Samsung Electronics) के चेन्नई प्लांट में जारी हड़ताल 16 दिन बाद भी सुलझती नहीं दिखाई दे रही है. एक दिन पहले जानकारी सामने आई थी कि कंपनी ने हड़ताल कर रहे कर्मचारियों को ‘नो वर्क नो पे’ का नोटिस देने के साथ ही उन्हें नौकरी से निकालने की चेतावनी भी दी है. अब सैमसंग ने मंगलवार को कहा कि हम अपने कर्मचारियों के बारे में अच्छा सोचते हैं. हम उन्हें अन्य कंपनियों मुकाबले करीब दोगुनी सैलरी देते हैं. हालांकि, कर्मचारी अपनी सैलरी 36 हजार रुपये करने पर अड़े हुए हैं.
सैमसंग ने कहा- इंडस्ट्री स्टैंडर्ड से 1.8 गुना सैलरी दे रहे
सैमसंग ने बयान जारी करते हुए कहा कि चेन्नई के नजदीक श्रीपेरुम्बुदुर प्लांट में हम कर्मचारियों के सभी हितों का पूरा ख्याल रखते हैं. कर्मचारियों का वेलफेयर हमारी प्राथमिकता है. हम शुरू से ही अपने स्टाफ को ज्यादा सैलरी दे रहे हैं. हमारी सैलरी इंडस्ट्री स्टैंडर्ड से 1.8 गुना है. इस इलाके में कोई भी मैन्युफैक्चरिंग कंपनी अपने स्टाफ को इतनी सैलरी नहीं दे रही है.
सैमसंग प्लांट में वेतन करीब 25 हजार रुपये
उधर, सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन (CITU) के बैनर तले हड़ताल कर रहे कर्मचारियों की डिमांड है कि कंपनी उनकी यूनियन को मान्यता दे. साथ ही अगले 3 साल में सैलरी को 36 हजार रुपये महीना करे. कर्मचारियों ने काम के लिए बेहतर टाइमिंग की डिमांड भी की है. उनके अनुसार, सैमसंग अपने स्टाफ को 20 से 25 हजार रुपये महीना वेतन दे रही है. उधर, बिजनेस स्टैंडर्ड ने उद्योग की एक संस्था के हवाले से बताया कि इलाके में औसत सैलरी 16 हजार रुपये है. बड़ी और छोटी कंपनियों के हिसाब से इसमें बदलाव आता है.
स्टाफ को ओवरटाइम और अन्य अलाउंस भी दे रहे
श्रीपेरुम्बुदुर इलाके में 35 बड़ी और हजारों छोटी कंपनियां काम कर रही हैं. एमएसएमई (MSME) के मामले में तमिलनाडु देश में तीसरे नंबर पर आता है. सैमसंग ने कहा कि हम बेहतर सैलरी देने के अलावा स्टाफ को ओवरटाइम और अन्य अलाउंस भी देते हैं. हमने कई बार कहा है कि हम कर्मचारियों के साथ बात करने के लिए तैयार हैं. हम उनकी समस्यायों का समाधान निकालेंगे, ताकि जल्द से जल्द काम शुरू हो सके.
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