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Sawan Putrada Ekadashi 2023: 27 अगस्त 2023 को सावन पुत्रदा एकादशी है. ये व्रत सभी व्रतों में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है. इसके प्रभाव से जातक के पिछले और वर्तमान जन्म के पाप नष्ट हो जाते हैं और वह संसार के समस्त सुखों को भोगकर स्वर्ग में जाता है. सावन पुत्रदा एकादशी संतान के लिए महत्वपूर्ण व्रत है.
इस बार सावन पुत्रदा एकादशी पर 5 शुभ योग का संयोग बन रहा है, इसलिए इस दिन का महत्व बढ़़ गया है. आइए जानते हैं सावन पुत्रदा एकादशी के शुभ योग, उपाय.
सावन पुत्रदा एकादशी 2023 शुभ योग (Sawan Putrada Ekadashi 2023 Shubh yoga)
सावन पुत्रदा एकादशी के दिन प्रीति योग, आयुष्मान योग, रवि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, बुधादित्य योग का निर्माण हो रहा है. एकादशी के दिन एक साथ 5 दुर्लभ योग का संयोग
- प्रीति योग – 26 अगस्त 2023, शाम 04.27 – 27 अगस्त 2023, दोपहर 01.27
- आयुष्मान योग – 27 अगस्त 2023, दोपहर 01.27 – 28 अगस्त 2023, सुबह 09.56
- रवि योग – सुबह 05.56 – सुबह 07.16 (27 अगस्त 2023)
- सर्वार्थ सिद्धि योग – सुबह 05.56 – सुबह 07.16 (27 अगस्त 2023)
- बुधादित्य योग – इस दिन सूर्य और बुध के एक साथ सिंह राशि में होने से बुधादित्य योग बनेगा.
सावन पुत्रदा एकादशी 2023 मुहूर्त (Sawan Putrada Ekadashi 2023 Muhurat)
सावन शुक्ल एकादशी तिथि शुरू – 27 अगस्त 2023, प्रात: 12.08
सावन शुक्ल एकादशी तिथि समाप्त – 27 अगस्त 2023, रात्रि 09.32
व्रत पारण का समय – सुबह 05.57 – सुबह 08.31 (28 अगस्त 2023)
सावन पुत्रदा एकादशी के लाभ (Sawan Putrada Ekadashi Benefit)
हिन्दु धर्म में मृत्यु के समय कुछ महत्वपूर्ण संस्कार निर्धारित है जो केवल पुत्र द्वारा ही किये जाते हैं. पुराणों में कहा गया है कि पुत्र के जरिए किए जाने वाले न्तिम संस्कारों से ही माता-पिता की आत्मा को मुक्ति मिलती है. जिन दम्पत्तियों को जीवन में पुत्र सुख की प्राप्ति नहीं होती वो अत्यधिक परेशान रहते हैं। पुत्र सुख की प्राप्ति के लिए पुत्र एकादशी का व्रत रखा जाता है. इसके प्रभाव से व्यक्ति संतान सुख, बच्चे की उन्नति का लाभ मिलता है. संतान पर आने वाले समस्त संकट टल जाते हैं.
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