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आम तौर पर सैलरीड लोगों को आसानी से क्रेडिट कार्ड मिल जाते हैं. अगर नौकरी अच्छी हुई और सैलरी ज्यादा, फिर तो शायद ही कोई बैंक क्रेडिट कार्ड देने से मना करे. यह भारत की स्थिति है, जहां अभी भी क्रेडिट कार्ड आबादी बमुश्किल 3-4 फीसदी आबादी तक पहुंचा है. अमेरिका में क्रेडिट कार्ड का पेनेट्रेशन बहुत ज्यादा है, लेकिन इसके बाद भी एप्पल के सीईओ टिम कुक को बैंक ने क्रेडिट कार्ड देने से मना कर दिया था.
इस कार्ड के लिए किया था अप्लाई
दी इंफॉर्मेशन में छपी एक रिपोर्ट में मामले से जुड़े 4 सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी गई है. दरअसल दुनिया की सबसे बड़ी लिस्टेड कंपनी एप्पल फाइनेंशियल सर्विस प्रोवाइडर Goldman Sachs के साथ मिलकर एप्पल क्रेडिट नाम से को-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड भी ऑफर करती है. एप्पल के सीईओ टिम कुक ने भी उस क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई किया था, जिसे रिजेक्ट कर दिया गया था.
सिर्फ 4 साल पुराना है मामला
यह वाकया बहुत पुराना भी नहीं है और उस समय भी टिम कुक ही एप्पल के सीईओ थे. रिपोर्ट के अनुसार, यह मामला अगस्त 2019 का है. एप्पल और Goldman Sachs ने मिलकर उसी समय एप्पल क्रेडिट को लॉन्च किया था और उसकी टेस्टिंग चल रही थी. टिम कुक ने भी कई अन्य लोगों की तरह एप्पल क्रेडिट के लिए अप्लाई किया था. हालांकि एप्पल के सबसे बड़े अधिकारी और अरबों की दौलत के बाद भी उनका अप्लिकेशन रिजेक्ट हो गया था.
इतनी है टिम कुक की दौलत
टिम कुक की मौजूदा नेटवर्थ करीब 2 बिलियन डॉलर है. साल 2022 के दौरान कुक को एप्पल से 99.4 मिलियन डॉलर यानी 815 करोड़ रुपये मिले थे, जिसमें 3 मिलियन डॉलर की सैलरी शामिल थी. इसके अलावा 83 मिलियन डॉलर स्टॉक अवार्ड और बोनस भी मिला था. यह 2021 में मिली रकम से ज्यादा थी. 2021 के दौरान उन्हें 98.7 मिलियन डॉलर मिले थे.
इस कारण हो गया था रिजेक्ट
रिपोर्ट में टिक कुक का क्रेडिट कार्ड अप्लिकेशन रिजेक्ट होने का कारण भी बताया गया है. दरअसल Goldman Sachs को इस बात का शक हो गया था कि कोई अन्य व्यक्ति टिम कुक के नाम व पहचान का इस्तेमाल कर क्रेडिट कार्ड लेने का प्रयास कर रहा है. बाद में जब Goldman Sachs के बड़े अधिकारियों को वास्तविकता का पता चला तो एप्पल सीईओ को मेटल कार्ड इश्यू किया गया.
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