श्रीराम मंदिर के प्राणप्रतिष्ठा से देश की अर्थव्यवस्था को मिल रहा 1 लाख करोड़ का बूस्टर डोज

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Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर की प्राणप्रतिष्ठा के समय में अब केवल हफ्ता रह गया है. देशभर में मंदिर के प्राणप्रतिष्ठा को लेकर बेहद उत्साह देखा जा रहा है. ऐसे में कारोबार से जुड़े लोगों का अनुमान है कि देश में इस उत्सव के माहौल के चलते भारी भरकम व्यापार होने की उम्मीद है. कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर की प्राणप्रतिष्ठा के चलते अनुमान जताया है कि मंदिर अर्थव्यवस्था से उपजे व्यापार का आंकड़ा एक लाख करोड़ रुपये के पार जा सकता है. पहले कैट ने 50,000 करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान जताया था. 

कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने कहा कि पहले 50 हजार करोड़ रुपये का व्यापार का अनुमान लगाया था, लेकिन दिल्ली सहित देश भर के लोगों में श्री राम मंदिर को जबरदस्त उत्साह और देश के 30 शहरों से प्राप्त फीडबैक के बाद कैट ने आज अपने पुराने अनुमान को संशोधित किया है. अब मंदिर के उद्घाटन के चलते एक लाख करोड़ रुपये का कारोबार होने का अनुमान है. कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने इसको देश के व्यापारिक इतिहास की दुर्लभ घटना बताते हुए कहा कि आस्था और विश्वास के बल पर देश में व्यापार वृद्धि की यह सनातन अर्थव्यवस्था बड़ी मात्रा में अनेक नये व्यापार का सृजन कर रही है. उन्होंने बताया कि केवल देश की राजधानी में ही 20,000 करोड़ रुपये का कारोबार का अनुमान है. 

एक लाख करोड़ रुपये के कारोबार के अनुमान के आधार पर प्रवीन खंडेलवाल ने कहा, श्री राम मंदिर के प्रति व्यापारियों एवं अन्य वर्गों के अनुराग और समर्पण की वजह से देश भर में 22 जनवरी तक व्यापारी संगठनों द्वारा लगभग 30 हज़ार से अधिक विभिन्न कार्यक्रम होने जा रहे हैं जिसमें बाज़ारों में शोभा यात्राएं, श्री राम पैदल यात्रा, श्री राम रैली, श्री राम फेरी, स्कूटर एवं कार रैली, श्री राम चौकी सहित अनेक आयोजन किए जा रहे. बाजारों को सजाने के लिए श्री राम झंडे, पटके, टोपी, टी शर्ट, राम मंदिर की आकृति के छपे कुर्ते की बाजार में जबरदस्त मांग है. 

उन्होंने बताया कि श्री राम मंदिर के मॉडल की मांग में तेजी से वृद्धि हुई है उसको देखते हुए देश भर में 5 करोड़ से अधिक मॉडल की बिक्री होने की संभावना है. मॉडल तैयार करने के लिए देश के अलग अलग शहरों में दिन रात काम चल रहा है. बड़े पैमाने पर म्यूजिकल ग्रुप, ढोल, ताशे, बैंड, शहनाई, नफीरी बजाने वाले कलाकार बुक हो गये हैं वहीं शोभा यात्रा के लिए झांकियाँ बनाने वाले कारीगरों और कलाकारों को भी बड़ा काम मिला है. देश भर में मिट्टी एवं अन्य वस्तुओं से बने करोड़ों दीपकों की माँग है। बाज़ारों में रंग बिरंगी रोशनी करने, फूलों की सजावट आदि की भी बड़े पैमाने पर व्यवस्था हो रही है. भंडारे की तैयारी भी जोर शोर के साथ की जा रही है. ऐसे में  श्रीराम के मंदिर की प्राणप्रतिष्ठा से देश की अर्थव्यवस्था को बूस्टर डोज मिलने वाला है. 

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