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<p>दिवाली का त्योहार बीत चुका है और इसके साथ ही कारोबारियों के नए साल की शुरुआत हो चुकी है. कारोबारियों का नया साल मने हिंदू कैलेंडर के हिसाब से नया विक्रम संवत. हर वर्ष की भांति इस बार भी संवत की शुरुआत के पावन मौके पर शेयर बाजार में एक घंटे की खास ट्रेडिंग हुई, जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग के नाम से जाना जाता है.</p>
<p>रविवार 12 नवंबर को विक्रम संवत 2080 की शुरुआत के मौके पर शाम में एक घंटे के लिए बाजार ओपन हुआ. बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत शाम के 6 बजकर 15 मिनट पर हुई. उससे पहले शाम के 6 बजे 8 मिनट का प्री-ओपन सेशन रखा गया. अंत में 7 बजकर 15 मिनट पर बाजार बंद हुआ. इस बार भी मुहूर्त ट्रेडिंग में दोनों प्रमुख घरेलू सूचकांक बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी बढ़त के साथ बंद हुए.</p>
<h3>संवत 2080 की ग्रीन शुरुआत</h3>
<p>बाजार ने मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत शानदार तेजी के साथ की. सेंसेक्स और निफ्टी करीब 1-1 फीसदी की बढ़त के साथ ओपन हुआ. पूरे कारोबार में बाजार ग्रीन जोन में रहा. मुहूर्त ट्रेडिंग का एक घंटे का कारोबार समाप्त होने के बाद सेंसेक्स करीब 355 अंक यानी 0.55 फीसदी की तेजी के साथ 65,260 अंक के पास बंद हुआ. निफ्टी 100 अंक चढ़कर 19,525 अंक के पास बंद हुआ. उससे पहले सेंसेक्स ने शुक्रवार 10 नवंबर को 64,905 अंक पर संवत 2079 को समाप्त किया था.</p>
<h3>मुहूर्त ट्रेडिंग का प्रतीकात्मक महत्व</h3>
<p>मुहूर्त ट्रेडिंग का कारोबार के लिहाज से प्रतीकात्मक महत्व होता है. ऐसी पुरानी परंपरा रही है कि दिवाली के मौके पर व्यापारी वर्ग धन की देवी लक्ष्मी की पूजा करता है. इस मौके पर पुराने बही-खातों की जगह नए बही-खाते खोले जाते हैं. शेयर बाजार में भी मुहूर्त ट्रेडिंग के मौके पर इसी परंपरा का पालन किया जाता है. चूंकि इस अवसर को शुभ माना जाता है, कारोबारी प्रतीकात्मक सौदे करते हैं.</p>
<h3>पिछली दिवाली रही थी सबसे अच्छी</h3>
<p>मुहूर्त ट्रेडिंग के इतिहास को देखें तो ज्यादातर मौकों पर बाजार मजबूती के साथ ही बंद होता आया है. पिछले एक दशक के इतिहास में सिर्फ एक बार ही मुहूर्त ट्रेड में बाजार नुकसान में रहा है. पिछले साल यानी संवत 2079 की शुरुआत एक दशक में सबसे शानदार रही, जब दिवाली के मौके पर हुए एक घंटे के कारोबार में बाजार में 0.88 फीसदी की तेजी आई थी. वहीं 2017 की दिवाली सबसे खराब रही थी, जब बाजार में 0.60 फीसदी की गिरावट आई थी.</p>
<h3>पिछले 10 सालों में बीएसई सेंसेक्स का प्रदर्शन:</h3>
<table style="border-collapse: collapse; width: 100%;" border="1">
<tbody>
<tr>
<td style="width: 50%;"><strong>साल</strong></td>
<td style="width: 50%;"><strong>प्रदर्शन (बदलाव फीसदी में)</strong></td>
</tr>
<tr>
<td style="width: 50%;"><strong>2013</strong></td>
<td style="width: 50%;"><strong>0.20</strong></td>
</tr>
<tr>
<td style="width: 50%;"><strong>2014</strong></td>
<td style="width: 50%;"><strong>0.24</strong></td>
</tr>
<tr>
<td style="width: 50%;"><strong>2015</strong></td>
<td style="width: 50%;"><strong>0.48</strong></td>
</tr>
<tr>
<td style="width: 50%;"><strong>2016</strong></td>
<td style="width: 50%;"><strong>0.05</strong></td>
</tr>
<tr>
<td style="width: 50%;"><strong>2017</strong></td>
<td style="width: 50%;"><strong>-0.60</strong></td>
</tr>
<tr>
<td style="width: 50%;"><strong>2018</strong></td>
<td style="width: 50%;"><strong>0.82</strong></td>
</tr>
<tr>
<td style="width: 50%;"><strong>2019</strong></td>
<td style="width: 50%;"><strong>0.59</strong></td>
</tr>
<tr>
<td style="width: 50%;"><strong>2020</strong></td>
<td style="width: 50%;"><strong>0.65</strong></td>
</tr>
<tr>
<td style="width: 50%;"><strong>2021</strong></td>
<td style="width: 50%;"><strong>0.49</strong></td>
</tr>
<tr>
<td style="width: 50%;"><strong>2022</strong></td>
<td style="width: 50%;"><strong>0.88</strong></td>
</tr>
</tbody>
</table>
<h3>आज इतने नुकसान में बाजार</h3>
<p>पिछला संवत बाजार के लिए ओवरऑल अच्छा साबित हुआ था. संवत 2079 के शुरुआती महीने बाजार के लिए नुकसान वाले रहे थे, लेकिन बाद में बाजार ने शानदार वापसी की थी और ऑल-टाइम हाई का लगातार नया रिकॉर्ड बनाया था. वहीं चालू संवत की बात करें तो मुहूर्त ट्रेडिंग के बाद आज बाजार में पहले दिन का कारोबार हो रहा है, जिसमें बाजार नुकसान में है. दोपहर 12 बजे सेंसेक्स 350 अंक के नुकसान के साथ 64,900 अंक के पास कारोबार कर रहा था. निफ्टी 90 अंक लुढ़ककर 19,435 अंक पर आया हुआ था.</p>
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