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Railway Budget 2024: भारतीय रेलवे ने पैसा खर्च करने का भी रिकॉर्ड बना दिया है. रेल मंत्रालय के अनुसार, 1 अप्रैल, 2023 से 31 दिसंबर, 2023 तक 9 महीनों में रिकॉर्ड कैपिटल एक्सपेंडिचर (Capex) किया है. रेलवे ने खुद को मिले बजट का 75 फीसदी इस अवधि में खर्च कर दिया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने भारतीय रेलवे (Indian Railways) को वित्त वर्ष 2023-24 के बजट में 2.40 लाख करोड़ रुपये दिए थे.
पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 33 फीसदी बढ़ा खर्च
पीआईबी के अनुसार, भारतीय रेलवे वित्त वर्ष की शुरुआती तीन तिमाही में 75 फीसदी बजट का इस्तेमाल कर चुकी है. इस अवधि के दौरान भारतीय रेलवे द्वारा कुल 1.95 लाख करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं. पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि की तुलना में कैपेक्स उपयोग में वृद्धि हुई है. पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले समान अवधि में पूंजी का इस्तेमाल लगभग 33 फीसदी बढ़ा है.
सुरक्षा उपायों पर खर्च किया गया बड़ा हिस्सा
इन नौ महीनों के दौरान किए गए निवेश को नई रेलवे लाइनों के विकास, पटरियों के दोहरीकरण, गेज परिवर्तन और यात्री सुविधाओं में वृद्धि जैसी महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर खर्च किया गया है. भारतीय रेलवे के लिए सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसलिए बजट का बड़ा हिस्सा सुरक्षा उपायों पर खर्च किया गया है.
रेलवे को मिला था सबसे बड़ा बजट
इस वित्तीय वर्ष में बजट के दौरान भारतीय रेलवे को अब तक का सबसे अधिक 2.4 लाख करोड़ रुपये मिले थे. इससे पिछले वित्त वर्ष में भारतीय रेलवे को 1.37 लाख करोड़ रुपये दिए गए थे. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में कहा था कि यह राशि वित्तीय वर्ष 2013-14 के मुकाबले नौ गुना ज्यादा है.
देश को एक लाख किमी ट्रैक की जरूरत
इस पैसे से ट्रेनों में भीड़ कम करने और नई रेलवे लाइनें बनाई जानी थीं. एक अनुमान के मुताबिक, देश को 25 साल में लगभग 1 लाख किलोमीटर ट्रैक (मौजूदा ट्रैक को दोगुना करने सहित) की जरूरत पड़ेगी. उम्मीद जताई जा रही है कि माल परिवहन सड़कों से हटकर रेलवे की ओर रुख करेगा. वित्त मंत्री 1 फरवरी को अंतरिम बजट पेश करने वाली हैं. देश की जनता यह देखने के लिए उत्सुक है कि सरकार भारत की लाइफलाइन रेलवे को कितना पैसा देगी.
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