रिकॉर्ड संख्या में जुड़ रहे इनवेस्टर, तगड़े रिटर्न के चलते शेयर मार्केट में उतर रहे लोग



<p style="text-align: justify;"><span style="font-weight: 400;"><strong>NSE Report:</strong> देश की बढ़ती इकोनॉमी के साथ रोजाना शेयर बाजार भी नए-नए रिकॉर्ड बना रहा है. देश की इस विकास यात्रा का हिस्सेदार बनने के लिए जनता भी उत्सुक है. यही वजह है रोजाना निवेशकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के अनुसार, दिसंबर, 2023 में 21.1 लाख नए रजिस्ट्रेशन हुए हैं. एक महीने पहले नवंबर, 2023 में 14.3 लाख नए निवेशक जुड़े थे. इसमें लगभग 47 फीसदी का उछाल आया है. इसके साथ ही साल का अंत होने पर निवेशकों की कुल संख्या 8.5 करोड़ का आंकड़ा छू गई है.&nbsp;</span></p>
<h3 style="text-align: justify;"><strong>तगड़े रिटर्न के चलते आ रही तेजी&nbsp;</strong></h3>
<p style="text-align: justify;"><span style="font-weight: 400;">नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) ने अपनी मासिक मार्केट रिपोर्ट में बताया कि यह एक नया रिकॉर्ड था. यह एक महीने में नए रजिस्ट्रेशन का मई, 2019 के बाद से अब तक एक सबसे बड़ा आंकड़ा है. भारतीय इक्विटी बाजार में मिल रहे तगड़े रिटर्न के चलते यह तेजी दर्ज की गई है. इस दौरान निफ्टी 50 में 8 फीसदी, निफ्टी मिडकैप 100 में 7.6 फीसदी और निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 6.8 फीसदी का उछाल आया.&nbsp;</span></p>
<h3 style="text-align: justify;"><strong>देश के सभी हिस्सों में बढ़ रहे निवेशक&nbsp;</strong></h3>
<p style="text-align: justify;"><span style="font-weight: 400;">एनएसई रिपोर्ट से पता चलता है कि नए रजिस्ट्रेशन में आई यह तेजी देश के सभी हिस्सों में दर्ज की गई है. हालांकि, पश्चिमी भारत से सबसे ज्यादा 6.6 लाख नए रजिस्ट्रेशन हुए. इनमें मासिक आधार पर 69 फीसदी का उछाल आया. पहले यही आंकड़ा 3.9 लाख रहा था. नवंबर से दिसंबर के दौरान पश्चिमी भारत की हिस्सेदारी 27.1 फीसदी से बढ़कर 31 फीसदी हो गई.&nbsp;</span></p>
<h3 style="text-align: justify;"><strong>दक्षिण भारत की हिस्सेदारी घटी&nbsp;</strong></h3>
<p style="text-align: justify;"><span style="font-weight: 400;">इस दौरान दक्षिण भारत की हिस्सेदारी घटी है, जो कि 18.5 फीसदी से कम होकर 15.3 फीसदी रह गई है. पूर्वी भारत की हिस्सेदारी भी 13.2 फीसदी से घटकर 11.7 फीसदी रह गई. हालांकि, उत्तरी भारत की हिस्सेदारी 50 फीसदी बढ़कर 5.9 लाख से 8.9 लाख हो गई है. यदि क्षेत्रीय आधार पर नए निवेशकों के रजिस्ट्रेशन देखें तो पता चलेगा कि दिसंबर में उत्तर भारत की हिस्सेदारी 42 फीसदी रही है.&nbsp;</span></p>
<h3 style="text-align: justify;"><strong>महाराष्ट्र फिर से बना नंबर वन&nbsp;</strong></h3>
<p style="text-align: justify;"><span style="font-weight: 400;">एनएसई ने कहा कि फरवरी, 2023 में उत्तर प्रदेश ने नए रजिस्ट्रेशन के मामले में महाराष्ट्र को पीछे छोड़ दिया था. मगर, दिसंबर, 2023 में लगभग 3 लाख&nbsp; रजिस्ट्रेशन के साथ महाराष्ट्र फिर से नंबर एक की पोजीशन पर आ गया है. उत्तर प्रदेश से पिछले महीने 2.9 लाख नए रजिस्ट्रेशन हुए. गुजरात से 2.4 लाख नए निवेशक जुड़े हैं. राजस्थान से 1.5 लाख और हरियाणा से 84 हजार नए निवेशक आए हैं. </span></p>
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