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UIDAI Update: आधार नंबर जारी करने वाली नोडल एजेंसी यूआईडीएआई (Unique Identification Authority of India) ने स्पष्ट किया है कि कोई भी आधार नंबर को रद्द नहीं किया गया है. यूआईडीएआई ने कहा कि आधार के डेटाबेस को अपडेट करने के लिए समय समय पर लोगों को सूचित किया जाता है लेकिन किसी भी आधार नंबर को कैंसल नहीं किया गया है.
नहीं किया गया कोई आधार नवंबर रद्द
यूआईडीएआई ने अपने वेबसाइट पर ग्रीवांस और फीडबैंक पेज पर लिखा कि, डिजिटल आइडेंटिटी के तौर पर आधार का इस्तेमाल किया जाता है जिसके जरिए सब्सिडी, बेनेफिट्स और सर्विसेज ली जाती है. ऐसे में आधार डेटाबेस को सही बनाये रखने के लिए यूआईडीएआई ने डॉक्यूमेंट्स और आधार की जानकारी अपडेट करने के लिए कई तरह के अभियान चलाये हैं. इसके लिए लोगों को समय समय पर आधार नंबर होल्डर्स को सूचित किया जाता है. ऐसे में ये स्पष्ट किया जाता है कोई भी आधार नंबर को रद्द नहीं किया है. यूआईडीएआई ने कह कि आधार नंबर होल्डर को कोई शिकायत है तो वे अपना फीडबैक यहां सबमिट कर सकते हैं. उनके शिकायतों का निराकरण किया जाएगा. यूआईडीएआई ने लिंक https://uidai.gov.in/en/contact-support/feedback.html शेयर किया है.
ममता बनर्जी ने पीएम को लिखा पत्र
यूआईडीएआई की ओर से स्पष्टीकरण तब आया है जब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर लोकसभा चुनाव से पहले राज्य के लोगों के आधार को डिएक्टिवेट करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार लोकसभा चुनावों से पहले सामाजिक कल्याण योजनाओं का फायदा उठाने से रोक रही हैं. ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसे लेकर एक पत्र भी लिखा है.
I vehemently condemn the reckless deactivation of Aadhaar cards, particularly targeting SC, ST and OBC communities in West Bengal.
The Centre’s unilateral decision to deactivate Aadhaar cards without any prior investigation or consultation with the State Govt. is a sinister plot… pic.twitter.com/iXttP9Uako
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) February 19, 2024
ममता के सवाल
ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री से पूछा है कि बगैर किसी कारण के आधार नंबर को डिएक्टिवेट क्यों किया गया है?
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