‘यहां खिलाड़ी को सिलेक्ट नहीं रिजेक्ट करते हैं, यह भारतीय क्रिकेट की…,’ ईशान पर जडेजा का बयान

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Ishan Kishan on Playing Eleven: भारतीय क्रिकेट में सिर्फ 5 खिलाड़ी ऐसे हैं, जिन्होंने वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक लगाया हो. उनमें से एक खिलाड़ी का नाम ईशान किशन है. ईशान किशन एक विकेटकीपर बल्लेबाज हैं, जो अपनी आक्रमक बल्लेबाजी से किसी भी गेंदबाजी आक्रमण को ध्वस्त कर सकते हैं. ईशान को उनकी इसी काबीलियत की वजह से टीम में रखा जाता है, लेकिन बार-बार टीम में शामिल किए जाने के बाद भी इस खिलाड़ी को प्लेइंग इलेवन में खेलने का पूरा मौका नहीं मिलता है. भारतीय क्रिकेट के इस रवैये पर पूर्व क्रिकेटर अजय जडेजा ने प्रतिक्रिया दी है. उनका कहना है कि यह भारतीय क्रिकेट की पुरानी समस्या है कि वो खिलाड़ी को सिलेक्ट नहीं, बल्कि रिजेक्ट करते हैं.

ईशान किशन को कब मिलेगा पूरा मौका?

दरअसल, ईशान किशन को पिछली कई सीरीज से लगभग तीनों फॉर्मेट के स्क्वॉड में चुना जा रहा है, लेकिन उन्हें प्लेइंग इलेवन में खेलने का मौका काफी कम मिलता है. ईशान किशन एक ओपनर बल्लेबाज हैं, लेकिन उन्हें टीम के लिए जिस भी पोजिशन पर खेलने की जरूरत पड़ती है, वह खेलते हैं. एशिया कप में जब श्रेयस अय्यर चोटिल थे, तो ईशान किशन ने मध्यक्रम में शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया था. उसी प्रदर्शन के आधार पर उन्हें वर्ल्ड कप स्क्वॉड में भी शामिल किया गया था, लेकिन सिर्फ कुछ मैचों में ही खेलना का मौका मिला. शुभमन गिल जैसे ही चोट से वापस आए, उसके बाद ईशान को एक भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिला.

वर्ल्ड खत्म होने के तुरंत बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज का आयोजन किया गया. इन 5 मैचों की टी20 सीरीज में भी ईशान को पहले तीन मैचों में ही खेलना का मौका मिला. चौथे मैच से जैसे ही श्रेयस अय्यर टीम में आए तो फिर से ईशान किशन को प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया. ईशान किशन के साथ लगातार हो रहे इस व्यहवहार पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर अजय जडेजा ने काफी तीखी प्रतिक्रिया दी है. 

भारतीय क्रिकेट के सिस्टम पर भड़के अजय जडेजा

उन्होंने स्पोर्ट्स तक से बात करते हुए कहा कि, “वर्ल्ड कप के तुरंत बाद एक सीरीज हुई. ईशान किशन 3 मैच खेले, और घर चले गए. क्या वो सच में इतने थक गए थे कि तीन मैचों के बाद उन्हें आराम की जरूरत पड़ गई? उन्होंने तो वर्ल्ड कप में भी ज्यादा मैच नहीं खेले. वह वर्ल्ड कप के शुरुआती मैचों में प्लेइंग इलेवन में रहने के हकदार थे. कितने भारतीय खिलाड़ियों ने अपने अच्छे दिन पर दोहरा शतक लगाए हैं. वह अपने दिन पर गेम बदल सकते हैं. वह कब तैयार होंगे? क्या आप उन्हें हमेशा ट्रायल के लिए रखेंगे? भारतीय क्रिकेट के साथ यह समस्या सिर्फ आज की नहीं है, यह बहुत पुरानी समस्या है कि हम (खिलाड़ियों को) सिलेक्ट नहीं, बल्कि रिजेक्ट करते हैं.”

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुई टी20 सीरीज के पहले मैच में ईशान ने 39 गेंदों में 58 रन, और दूसरे मैच में 32 गेंदों में 52 रनों की पारी खेली थी. हालांकि, तीसरे मैच में वह 5 गेंदों पर 0 पर आउट हो गए थे, जिसके बाद उन्हें प्लेइंग इलेवन से ड्रॉप कर दिया गया है. ईशान की बात करते हुए अजय जडेजा ने आगे कहा कि, “ईशान ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी 5 टी20 मैच नहीं खेले. उन्हें तीन मैचों के बाद आराम करने के लिए घर भेज दिया गया. तो अगर यह आगे भी चलता रहेगा तो, आपको कैसे पता चलेगा कि वह अब पूरी तरह से तैयार हैं या नहीं.”

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