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Jobs Layoff: इन दिनों पूरी दुनिया में छंटनी का खतरा मंडरा रहा है. पिछले कुछ महीनों में गूगल समेत कई बड़ी कंपनियों तक ने अपने खर्च कम करने के नाम पर हजारों लोगों से उनकी नौकरी छीनी है. अब कुछ कंपनियों द्वारा छंटनी करने के लिए जो तरीके अपनाए जा रहे हैं, वो बहुत हैरान करने वाले हैं. कुछ ऐसे ही आश्चर्यजनक फैसले में कनाडा की दिग्गज टेलीकॉम कंपनी बेल (Bell) ने मात्र 10 मिनट की वीडियो कॉल में 400 कर्मचारियों को घर भेज दिया है.
यूनियन ने कंपनी के तरीके को शर्मनाक बताया
कनाडा की सबसे बड़ी प्राइवेट सेक्टर कर्मचारी यूनियन यूनिफॉर (Unifor) ने इस निर्णय की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि कर्मचारियों को इस असंवेदनशील तरीके से नौकरी से हटाने का निर्णय बहुत गलत है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, यूनिफॉर ने कंपनी द्वारा अपनाए गए तरीके को शर्मनाक बताया है. हटाए गए कर्मचारी लंबे समय से बेल के लिए काम कर रहे थे. मेहनत से सेवाएं दे रहे कर्मचारियों को हटाने के लिए बेल ने सिर्फ 10 मिनट की एक वर्चुअल ग्रुप मीटिंग की और इन सभी 400 लोगों को कंपनी पर बोझ बताकर छंटनी कर दी गई. एक मैनेजर इस मीटिंग में आया, जिसके हाथ में छंटनी का लेटर था. उसने फैसला सुनाना शुरू कर दिया. उसने न किसी कर्मचारी से बात की और न ही यूनियन से. बस सभी को पिंक स्लिप थमा दी गई.
4800 कर्मचारियों को निकालने का किया था ऐलान
कनाडा की टेलीकॉम कंपनी बेल ने फरवरी में 9 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी करने का ऐलान किया था. इस फैसले का असर लगभग 4800 कर्मचारियों पर पड़ेगा. कंपनी के सीईओ मिर्को बिबिक ने छंटनी को कंपनी के लिए बेहद जरूरी बताया था. हालांकि, इसके बाद कंपनी ने शेयरहोल्डर्स को ज्यादा डिविडेंड देने का ऐलान भी किया था. इसके चलते छंटनी के फैसले की कड़ी निंदा की जा रही है. इसके अलावा बेल को वित्त वर्ष 2022 के अंत में 2.3 अरब डॉलर का भारी भरकम प्रॉफिट भी हुआ था.
निकाले गए सभी कर्मचारियों से की जा रही वार्ता
बेल के कम्युनिकेशंस डायरेक्टर एलन मर्फी ने कहा है कि हम छंटनी में पूरी पारदर्शिता बारात रहे हैं. यूनियन से 5 हफ्तों से छंटनी को लेकर चर्चा की जा रही थी. निकाले गए सभी कर्मचारियों से एचआर की वार्ता भी की जा रही है ताकि उन्हें उचित सहायता राशि दी जा सके. कर्मचारी यूनियन यूनिफॉर में बेल और इसकी सब्सिडियरी कंपनियों के लगभग 19 हजार कर्मचारी जुड़े हुए हैं.
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