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Tutort Academy: पढ़-लिख कर गूगल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी दिग्गज कंपनियों में नौकरी करना हर युवा का सपना होता है. मगर, कुछ ऐसे जुनूनी लोग होते हैं, जिनके सपने औरों से जुदा होते हैं. असफलताएं उन्हें तोड़ नहीं पातीं और सफलता भी उन्हें लक्ष्य से नहीं भटका पाती. कुछ ऐसी ही कहानी है ट्यूटोर्ट (Tutort) के फाउंडर मनु अग्रवाल की. लगभग 35 कंपनियों ने उन्हें नौकरी तक देने से इनकर कर दिया था. इसके बाद उन्हें माइक्रोसॉफ्ट में लगभग 2 करोड़ रुपये का पैकेज मिला. मगर, उन्होंने इसे भी छोड़कर अपने स्टार्टअप ट्यूटोर्ट को आगे बढ़ाने का फैसला किया.
विप्रो में की 10 हजार रुपये की नौकरी
उत्तर प्रदेश के छोटे से शहर झांसी के रहने वाले मनु अग्रवाल ने छात्र जीवन के दौरान कई संघर्ष का सामना किया. वह हिंदी माध्यम के एक सरकारी स्कूल से पढ़े. गणित के सवालों में वह ऐसे उलझे कि एक औसत स्टूडेंट बनकर रह गए. इसके बाद उन्होंने बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी (Bundelkhand University) से बैचलर ऑफ कंप्यूटर साइंस (BCA) कोर्स किया. इसके बाद जब वो नौकरी की तलाश में निकले तो एक के बाद एक 35 कंपनियों ने उन्हें रिजेक्ट कर दिया. हिम्मत न हारते हुए वह प्रयास करते रहे और आखिरकार विप्रो में 10 हजार रुपये की नौकरी हासिल कर ली. इस दौरान मनु ने नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, तिरुचिरापल्ली से मास्टर्स इन कंप्यूटर एप्लीकेशन (MCA) की डिग्री हासिल कर ली.
वाशिंगटन में माइक्रोसॉफ्ट ने दी नौकरी
साल 2016 में उनके जीवन में अहम मोड़ आया और उन्हें माइक्रोसॉफ्ट में इंटर्नशिप मिल गई. इसके बाद उन्हें सीएटल, वाशिंगटन में माइक्रोसॉफ्ट ने नौकरी दे दी. नवभारत टाइम्स के अनुसार, मनु को लगभग 1.9 करोड़ रुपये का पैकेज मिला. कठिन सफर के बाद अब मनु के पास सफलता की सीढ़ी आ गई थी. मगर, कोविड 19 के बाद उन्हें घर आना पड़ा और वह गूगल इंडिया में नौकरी करने लगे.
2021 में शुरू की ट्यूटोर्ट अकेडमी
इसके बाद भी मन अपने स्टार्टअप में लगा हुआ था. इसलिए उन्होंने नौकरी छोड़कर अपने दोस्त अभिषेक गुप्ता के साथ 2021 में ट्यूटोर्ट अकेडमी की शुरुआत की. यह एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है. इसमें प्रोग्रामिंग और सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के मास्टर्स कोर्स कराए जाते हैं. ये कोर्स डेटा साइंस, आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस और डेटा स्ट्रक्चर जैसे विषयों से कराए जाते हैं. ट्यूटोर्ट अकेडमी की चाहत है कि वह लगभग 10 लाख स्टूडेंट्स को अपने प्लेटफॉर्म के जरिए कोर्स कराए. इस प्लेटफॉर्म पर आईआईटी, एनआईटी और आईआईएम के शिक्षक भी जुड़े हुए हैं.
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