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RBI Governor Shaktikanta Das: भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज ऐसी बात कही है जो दिखाता है कि आरबीआई के लिए देश के जमाकर्ताओं का पैसा सुरक्षित रखना और रखवाना सबसे बड़ी प्राथमिकताओं में से एक है. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज शहरी सहकारी बैंकों या अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक्स (यूसीबी) के डायरेक्टर्स को संबोधित करते हुए यह बात कही है.
क्या कहा आरबीआई गवर्नर ने
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि बैंक डिपॉजिटर्स की वजह से चलते हैं. एक बैंकर के लिए मिडिल क्लास, गरीबों और रिटायर्ड लोगों की मेहनत की कमाई की सुरक्षा किसी मंदिर या गुरुद्वारे में जाने से कहीं ज्यादा पुण्य का काम होता है. शक्तिकांत दास ने ये भी कहा कि यह बैंकों की ‘सबसे बड़ी जिम्मेदारी’ है और आरबीआई की भी यह जिम्मेदारी है कि वह खाताधारकों और डिपॉजिटर्स के पैसे की सुरक्षा तय करने के लिए बैंकों के साथ मिलकर काम करें. इसके लिए देश का केंद्रीय बैंक लगातार रेगुलेटरी और निगरानी के उपाय करता रहता है.
शक्तिकांत दास ने इस बात पर जताई नाखुशी
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि कुल नॉन परफॉरमिंग ऐसेट्स (एनपीए) बढ़कर 8.7 फीसदी हो गए हैं और आप इसे आप अच्छा नहीं मान सकते. कुल मिलाकर यह संतोषजनक स्तर नहीं है. ओवरऑल तस्वीर अच्छी दिखती है, हालांकि, ग्रॉस नॉन परफॉरमिंग ऐसेट्स (जीएनपीए) और कैपिटल एडूकेसी पर “स्थिति बिल्कुल भी संतोषजनक नहीं” है. एनपीए संकट से बेहतर ढंग से निपटने के लिए दास ने सुझाव दिया कि बेहतर आकलन के साथ क्रेडिट रिस्क मैनेजमेंट पर फोकस किया जाना चाहिए.
पेंडिंग लोन का 60 फीसदी से अधिक हिस्सा टॉप 20 विलफुल डिफॉल्टर्स का है- आरबीआई गवर्नर
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि पेंडिंग लोन का 60 फीसदी से अधिक हिस्सा टॉप 20 विलफुल डिफॉल्टर्स का है. इस पर फोकस करने से टोटल एनपीए में सुधार करने में मदद मिल सकती है. जैसा कि हाल के समय में देखा गया है. कमर्शियल बैंकों का GNPA मार्च, 2023 में दशक के सबसे बेहतर स्तर 3.9 फीसदी पर था और व्यापक रूप से इसमें और सुधार होने का अनुमान है.
पंजाब एंड महाराष्ट्र बैंक का किया जिक्र
अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक्स (यूसीबी) में कुल 8.7 फीसदी नॉन परफॉरमिंग ऐसेट्स (एनपीए) रेश्यो को लेकर केंद्रीय बैंक ‘सहज नहीं’ है. शक्तिकांत दास ने अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक्स से इस रेश्यो को बेहतर करने के लिए काम करने को कहा. उन्होंने कहा कि यूसीबी सेक्टर कई चुनौतियों से भरा हुआ है- जैसा कि हाल में पंजाब एंड महाराष्ट्र बैंक में भी देखा गया.
जानबूझकर लोन ना चुकाने वाले कई व्यक्ति या बिजनेस- शक्तिकांत दास
देश की आर्थिक राजधानी मु्ंबई में शहरी सहकारी बैंकों के डायरेक्टर्स से आज आरबीआई गवर्नर ने कहा, “ऐसे लैंडर्स को काम करने के तरीके में सुधार करना चाहिए. संबंधित पक्षों से ट्रांजेक्शन से बचना चाहिए और अन्य बातों के अलावा लोन रिस्क पर फोकस करना चाहिए. उन्होंने कहा कि आरबीआई को हितों के टकराव या संबंधित पक्ष लेनदेन के मामलों को लेकर विवाद के बारे में पता चला है जिनसे बचने की जरूरत है. इसी तरह ऐसे भी मामले हैं कि जानबूझकर लोन ना चुकाने वाले कई ऐसे व्यक्ति या बिजनेस हैं जिनके पास कर्ज का पेमेंट करने की क्षमता है.
नई भर्तियों के बारे में भी बोले शक्तिकांत दास
आरबीआई गवर्नर ने यूसीबी को ऐसेट-देनदारी में गड़बड़ियों की निगरानी करने, ट्रांसपेरेंट अकाउंटेंसी बिहेवियर का पालन करने के साथ साथ जरूरतों और खर्च करने की क्षमता के आधार पर लोगों की भर्ती करने को भी कहा है.
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