बिल गेट्स ने साझा किए अपने जीवन के अनुभव, वीकेंड या छुट्टियों में नहीं रखते थे यकीन

[ad_1]

Microsoft founder Bill Gates: माइक्रोसॉफ्ट के फाउंडर (Microsoft founder) और दुनिया के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में शामिल बिल गेट्स (Bill Gates) की कहानी दुनिया में करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणादायक है. अब बिल गेट्स ने अपने जीवन के अनुभवों को साझा किया है. हालिया ब्लॉग पोस्ट में उन्होंने अपनी सोच में आए बदलावों पर चर्चा की. गेट्स ने कहा कि वह जवानी के दिनों में वीकेंड या छुट्टियों में यकीन नहीं रखते थे. मगर, उम्र ढलने के साथ उन्हें समझ आया कि जिंदगी में काम से भी ज्यादा जरूरी कई चीजें होती हैं. 

48 साल पहले बनाई थी माइक्रोसॉफ्ट 

बिल गेट्स ने अपने बचपन के दोस्त पॉल एलन (Paul Allen) के साथ मिलकर माइक्रोसॉफ्ट की स्थापना 48 साल पहल 1975 में की. दोनों दोस्तों ने मिलकर इसे दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनी बनाया. आज यह 211.9 अरब डॉलर राजस्व वाली कंपनी है. इसकी कमान हिंदुस्तानी मूल के सत्य नडेला (Satya Nadella) के हाथ में है.  

जिंदगी सिर्फ काम करने के लिए नहीं मिलती

ब्लॉग में बिल गेट्स ने लिखा कि जब मैं अपने बच्चों की उम्र में था तो मैं वीकेंड और छुट्टियों की तरफ ध्यान नहीं देता था. जवानी में मैं इन चीजों में विश्वास नहीं रखता था. मुझे इनका कोई महत्त्व समझ में नहीं आता था. मगर, जब मैं पिता बना और धीरे-धीरे उम्र बढ़ने लगी तो समझ आया कि जिंदगी में काम के अलावा भी बहुत कुछ है. जिंदगी सिर्फ काम करने के लिए नहीं मिलती. 

बहुत काम आते हैं असल जिंदगी के अनुभव 

उन्होंने आगे लिखा कि जीवन में असल जिंदगी के अनुभव भी उतने ही महत्त्व रखते हैं, जितना कि आपका काम. ये अनुभव आपके बहुत काम आते हैं. मैंने अपने बच्चों को बड़ा होते हुए देखकर जो बुद्धिमानी हासिल की, वैसा कुछ आप कहीं और से नहीं पा सकते. इसकी तुलना किसी और चीज से नहीं की जा सकती.  

भारत में छिड़ी हुई है काम के घंटों को लेकर चर्चा

बिल गेट्स का यह ब्लॉग ऐसे समय में आया जब भारत में काम के घंटों को लेकर चर्चा छिड़ी हुई है. इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति ने हाल ही में कहा था कि यदि देश को विकास करना है तो युवाओं को हफ्ते में 70 घंटे काम करना चाहिए. उन्होंने कहा था कि मैं लगभग 90 घंटे काम किया करता था. इसके बाद सोशल मीडिया पर बड़ी बहस छिड़ गई थी. लोगों ने आलोचना करते हुए कहा था कि कई ऑफिसों में कर्मचारियों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर बिलकुल भी ध्यान नहीं दिया जाता. साथ ही वेतन भी बहुत कम दी जाती है. 

वर्क लाइफ बैलेंस की महत्ता पर दिया जोर

कुछ दिनों पहले तक बिल गेट्स भी ऐसे ही विचार रखते थे. मगर अब उन्होंने वर्क लाइफ बैलेंस की महत्ता पर जोर दिया है. मशहूर अरबपति ने ब्लॉग पोस्ट में आगे लिखा कि मैं उम्मीद करता हूं कि इस हॉलिडे सीजन आप कुछ समय अपने आनंद और आराम के लिए निकालेंगे ताकि आप नई ऊर्जा के साथ 2024 में प्रवेश कर सकें.

ये भी पढ़ें 

Hyperloop One End: हाइपरलूप का अंत, पाइप से यात्रा करने का सपना नहीं होगा पूरा, कंपनी के अंत की तारीख मुकर्रर

[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *