फोर्ब्स की ‘हीरोज ऑफ फिलैंथ्रॉपी’ लिस्ट में नंदन नीलेकणि, निखिल कामथ के साथ इस दानवीर का नाम

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Forbes Asia list of philanthropists: कॉरपोरेट्स की दानवीरता को लेकर अक्सर चर्चा होती रहती है. अंतरराष्ट्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर ऐसे कारोबारियों या उद्योगपतियों को सराहा जाता है जो अपनी कमाई में से देश के वंचित लोगों के लिए पैसा दान करते हैं या आर्थिक मदद देते हैं. फोर्ब्स जहां समय-समय पर दुनिया और एशिया के सबसे रईस कारोबारियों की लिस्ट निकालती है वहीं फिलॉन्थ्रॉपी के फील्ड में परोपकारियों के लिए भी सूची जारी करती है. इस साल की फोर्ब्स एशिया की ‘हीरोज ऑफ फिलॉन्थ्रॉपी’ लिस्ट आ गई है.

इन तीन परोपकारी कारोबारियों ने बनाई लिस्ट में जगह

फोर्ब्स एशिया की ‘हीरोज ऑफ फिलॉन्थ्रॉपी’ लिस्ट के 17वें एडिशन में भारत के तीन दिग्गजों का नाम शामिल है. इसमें इंफोसिस के को-फाउंडर नंदन नीलेकणि, डीएलएफ के  चेयरमैन एमिरेट्स कुशल पाल सिंह और जेरोधा के को-फाउंडर निखिल कामथ को जगह मिली है. फोर्ब्स की ओर से ये लिस्ट आज निकाली गई है और कंपनी की प्रेस रिलीज के मुताबिक इस लिस्ट में किसी को कोई रैंक नहीं दी गई है. बिजनेस इंडस्ट्री के उन दिग्गजों को इस लिस्ट में शामिल किया गया है जो वित्तीय दान तो कर रहे हैं, वहीं इसके अलावा कुछ चुनिंदा मुद्दों पर पर्सनल रूप से भी फोकस कर रहे हैं.

हीरोज ऑफ फिलॉन्थ्रॉपी लिस्ट में कुल 15 नाम

ये एक सालाना लिस्ट होती है और इस साल की फोर्ब्स ‘हीरोज ऑफ फिलॉन्थ्रॉपी’ लिस्ट में 15 दानवीरों या परोपकारियों को शामिल किया गया है. भारत से ये तीन लोग इस लिस्ट में शामिल हैं.

नंदन नीलेकणि 

इस लिस्ट में टेक्नोलॉजी दिग्गज इंफोसिस के को-फाउंडर और चेयरमैन नंदन नीलेकणि को शामिल किया गया है. उन्होंने इसी साल जून में आईआईटी बॉम्बे को 3.2 अरब रुपये (3.8 करोड़ अमरीकी डालर) का दान दिया था जो कि काफी बड़ी रकम है. फोर्ब्स के मुताबिक ये वित्तीय मदद भारत के एजूकेशन सेक्टर को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए काम आने वाली है.

डीएलएफ के कुशल पाल सिंह (KP Singh)

डीएलएफ के कुशल पाल सिंह 92 साल के हैं और इस साल की शुरुआत में ये अपनी लव लाइफ को लेकर चर्चा में थे. इन्होंने इसी अगस्त में अपनी रियल एस्टेट कंपनी में बची हुई डायरेक्ट हिस्सेदारी को बेच दिया था. इसके जरिए केपी सिंह ने 7.3 अरब रुपये जुटाए थे. कहा जा रहा था कि केपी सिंह ने 731 करोड़ रुपये की रकम देश में परोपकार के कामों में इस्तेमाल करने के लिए जुटाई है. साल 1961 में केपी सिंह इंडियन आर्मी छोड़कर अपने ससुर की कंपनी DLF में शामिल हो गए थे और 2020 तक डीएलएफ के चेयरमैन के पद पर रहे. इसके बाद से वो फिलहाल कंपनी के चेयरमैन ऐमिरेट्स हैं. 

जेरोधा के निखिल कामथ

देश की सबसे बड़ी स्टॉक ब्रोकिंग कंपनी जेरोधा के को-फाउंडर निखिल कामथ की यूट्यूब पॉडकास्ट सीरीज WTF is से एक करोड़ रुपये या 120,000 अमेरिकी डॉलर तक उस चैरिटी को देगा जो दर्शकों ने चुनी हो. निखिल कामथ जून में गिविंग प्लेज में शामिल हुए थे और ऐसा करने वाले वो भारत से चौथे कारोबारी हैं. दूसरे कारोबारी जो इस प्लेज में शामिल हैं उनके नाम नंदन नीलेकणी और रोहिणी नीलेकणी, विप्रो के अजीम प्रेमजी और बायोकॉन की किरण मजूमदार-शॉ हैं.

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