पैनक्रियाटिक कैंसर का सिग्नल देती है ये बीमारी, कहीं आप भी इससे तो नहीं जूझ रहीं

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Pancreatic Cancer Sign :  पैंक्रियाज पेट के पाचन तंत्र का हिस्सा है, जो पेट के ऊपरी हिस्से में रीढ़ की हड्डी के सामने होती है. पैंक्रियाज डाइजेस्टिव जूस और हर्मोंस बनाने का काम करती है, जो ब्लड शुगर को रेगुलेट करने का काम करते हैं. इसलिए इसमें कोई भी बीमारी बेहद खतरनाक हो सकती है.

पैंक्रिएटिक कैंसर (Pancreatic Cancer) भी एक ऐसी ही बीमारी है. हाल ही में  बोस्टन मेडिकल सेंटर के साइंटिस्ट्स ने गॉल स्टोन और पैंक्रियाज के कैंसर, खासकर पैंक्रियाज डक्टल एडेनोकार्सिनोमा (PDAC) नाम का एक तरह के कैंसर में चौंकाने वाला कनेक्शन पाया है. आइए जानते हैं रिसर्च में क्या पाया गया…

क्या कहती है रिपोर्ट

रिसर्च के अनुसार, पीडीएसी से पीड़ित लोगों में कैंसर डायग्नोस से पहले साल में गॉल ब्लैडर में स्टोन होने की आशंका 6 गुना ज्यादा थी. यह खोज सबसे घातक कैंसर में से एक का पहले ही पता लगा सकती है. पीडीएसी, पैंक्रियाज कैंसर का सबसे कॉमन फॉर्म है, जो 90% से ज्यादा मामलों के लिए जिम्मेदार है. इसका पता देर से चल पाता है, इससे इलाज काफी कठिन हो जाता है और जिंदा बचने की संभावन पहुंच कम हो जाती है. आमतौर पर ये बीमारी बढ़ने के बाद ही नजर आती है.

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गॉल स्टोन और पैंक्रियाज कैंसर में कनेक्शन

2022  डाइडेस्टिव डिजीज वीक कॉन्फ्रेंस में पेश एक स्टडी में पीडीएसी वाले 18,700 लोगों के मेडिकल रिकॉर्ड का एनालिसिस किया गया और उनकी तुलना बिना कैंसर वाले करीब 1 लाख लोगों से की गई. शोधकर्ताओं ने पाया कि पीडीएसी के पहचान से पहले साल में 4.7% कैंसर मरीजों में पित्त की पथरी पाया गया और 1.6% ने पित्ताशय की थैली हटाने की सर्जरी करवाई थी. वहीं, बिना कैंसर वाले लोगों में, केवल 0.8% को गॉल स्टोन यानी पित्ताशय की पथरी थी और केवल 0.3% को उनके पित्ताशय निकाले गए थे.

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गॉल स्टोन पैंक्रियाज कैंसर का संकेत

इस शोध के नतीजे बताते हैं कि गॉल स्टोन, पीडीएसी के लिए वॉर्निंग साइन हो सकता है. हालांकि, शोधकर्ताओं का कहना है कि गॉल स्टोन ही पैंक्रियाज कैंसर का कारण नहीं बनती है. इसके अलावा भी कई फैक्टर्स हो सकते हैं. 

पैंक्रियाज कैंसर के कारण

स्मोकिंग करना

अनुवांशिक बीमारी

बहुत लंबे समय तक डायबिटीज रहना

बहुत अधिक मोटापा होना

पैंक्रिएटिक कैंसर के अन्य कारण

पीलिया होना

स्किन पीली और आंखे सफेद होना

पेट के ऊपरी हिस्से और बीच में दर्द

पीठ में दर्द

बहुत तेजी से वजन कम होना

भूख न लगना

थकान महसूस होना

 

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