पुंगनूर गायों का दूध सामान्य गाय के दूध से कितना पौष्टिक होता है?

[ad_1]

<p>भारत के प्रधानमंत्री <a title="नरेंद्र मोदी" href="https://www.abplive.com/topic/narendra-modi" data-type="interlinkingkeywords">नरेंद्र मोदी</a> की एक फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. दरअसल, इस फोटो में वह 3-4 गायों को चारा खिलाते हुए नजर आ रहे हैं. पीएम मोदी की यह तस्वीर इतनी खूबसूरत है कि हर तरफ इसकी चर्चा हो रही है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि तस्वीर में दिख रही है गाय भी आम गाय नहीं है बल्कि पुंगनूर गाय हैं. आइए आपको बताते हैं पुंगनूर गाय आम गायों से कैसे अलग है?</p>
<p><strong>पुंगनूर गाय में होता है काफी ज्यादा पौष्टिक</strong></p>
<p>जानकारों का मानना है कि पुंगनूर गायों के दूध में काफी औषधीय गुण होते हैं. इस गाय के दूध की दवाई तक बनाई जाती है. इस गाय का दूध तो अमृत की तरह है ही साथ ही साथ इसके गोबर और मूत्र भी बेचा और खरीदा जाता है. यह गाय आप आराम से कम खर्च पर पाल सकते हैं. यह किसी भी मौसम में आराम से रह सकता है.&nbsp; इस गाय की हाइट सिर्फ 2 फिट की होती है. और यह एक दिन में 2-3 किलो ही दूध देती है. ाय</p>
<p><strong>इतना दूध देती है ये गाय</strong></p>
<p>यह गाय एक बार बच्चा पैदा करने के बाद 260 दिनों में 540 लीटर तक दूध दे देती है. जिसमें 8 प्रतिशत तक फैट होता है. वहीं दूसरी आम गायों में फैट का प्रतिशत 3 से साढ़े तीन तक होता है.&nbsp;</p>
<p><strong>इस खास वजह से इस गाय का नाम पुंगनूर पड़ा</strong></p>
<p>आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के पुंगनूर इलाके यह गाय पाई जाती है. जिसके कारण इसका नाम पुंगनूर रखा गया. देखने में यह छोटी होती है यानि अगर आप देखेंगे तो आपको लगेगा कि यह बछड़ा है लेकिन शरीर की बनावट को देखकर आपको पता चल जाएगा कि यह पुंगनूर है. इसका दूध काफी ज्यादा गाढ़ा होता है. साथ ही साथ इसमें मक्खन भी दूसरे गायों की तुलना में ज्यादा निकलता है.&nbsp;</p>
<p><strong>ये भी पढ़ें:&nbsp;</strong><strong><a title="बीमार होने पर भी करते हैं काम तो जरा ठहर जाएं, वरना बढ़ सकता है कई गंभीर बीमारियों का जोखिम" href="https://www.abplive.com/lifestyle/health/health-tips-side-effects-working-while-sick-during-work-from-home-in-hindi-2587791/amp" target="_self">बीमार होने पर भी करते हैं काम तो जरा ठहर जाएं, वरना बढ़ सकता है कई गंभीर बीमारियों का जोखिम</a></strong></p>
<p>&nbsp;</p>
<p>&nbsp;</p>
<p>&nbsp;</p>

[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *