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North East Famous Foods: भारत विविधता में अखंडता का देश है. इसके चारों दिशाओं में अलग-अलग संस्कृति और पहनावे के साथ बेहतरीन खान-पान का जबरदस्त मेल देखने को मिलता है. उत्तर पूर्वी भारत भी अपने अंदर कई खासियत और सुंदरता लपेटे हुए है. यहां का खान-पान यहां की प्राकृतिक बनावट और वातावरण के मुताबिक डिजाइन किया गया है. इसलिए यहां की प्राकृतिक सुंदरता और दुर्लभ नजारे देखना जितना जरूरी है, उतना ही महत्वपूर्ण है यहां के खानों को चखना वरना आपकी ट्रिप अधूरी मानी जाएगी. यहां के खाने का स्वाद भी उनके जीवन जीने के तरीके की तरह ही अनोखे हैं, यानी जीवंत. इनमें बैंबू शूट, भुट जोलोकिया और क्षेत्रीय साग-सब्जियों जैसी आसान और स्वादिष्ट ताजी सामग्री का इस्तेमाल किया जाता है. हालांकि, बहुत सारे व्यंजनों में मांस भी होता है, जो नॉन वेजिटेरियन्स को खूब पसंद आएंगे.
उत्तर पूर्व भारत के कुछ बेहतरीन फूड्स
1. असम से खार
असम का पारंपरिक भोजन खार, जिसके बिना चखे वापस आना काफी अफसोस भरा हो सकता है. यह डिश ट्रेडिशनल असमिया मसालों के अलावा लाल चावल, फेंटी हुई दालों और कच्चे पपीते को मिक्स करके तैयार किया जाता है. यह एक अनोखी डिश है, जिसे आसाम जाने वाले हर पर्यटक को ट्राई करना चाहिए.
2. असम का पीठा
पीठा एक ऐसा नाश्ता है जो असम में काफी खाया जाता है. स्थानीय लोग सुबह के खाने के लिए स्वादिष्ट पीठा बनाते हैं जबकि नमकीन पीठा में हल्का मक्खन और चाय भी शामिल होती है. चावल को हल्के मसालों और नमक/चीनी के साथ मिलाकर पतली ट्यूबों में ढाला जाता है और बांस के खोखले तने में पैक किया जाता है. इसके बाद पीठे को खोखले बांस के तने के अंदर तला/भुना/बारबेक्यू किया जाता है और इससे पीठा को एक अनोखा स्वाद मिलता है. पीठा को मीठा या नमकीन बनाया जा सकता है और अधिकांश स्थानीय लोग मीठा पीठा पसंद करते हैं. इसे फेंटे हुए दही और गुड़ के साथ खूब पसंद किया जाता है.
3. गल्हो
गल्हो खिचड़ी जैसी एक डिश होती है, जो चावल और दाल से बनाई जाती है और यह भारत के अधिकांश हिस्सों में लोकप्रिय भी है. हालांकि, गल्हो में एकमात्र अंतर यह है कि इसकी तैयारी में मांस का इस्तेमाल किया जाता है. जबकि खिचड़ी एक शाकाहारी भोजन है. इसमें स्मोक्ड पोर्क या बीफ का इस्तेमाल करते हैं, वहीं कुछ लोग इसे शाकाहारी बनाने के लिए एक्सोन (फर्मेंटेड सोयाबीन) डालकर भी तैयार करते हैं. कुछ लोग रेसिपी बनाते समय सूअर की चर्बी भी डालते हैं. दिलचस्प बात यह है कि सूअर की चर्बी को हाल ही में सबसे अधिक पौष्टिक खाद्य पदार्थों में से एक का नाम दिया गया है. सभी इंग्रीडिएंट्स को एक साथ पकाया जाता है, जिसे एक कटोरे में सर्व किया जाता है.
4. थुकपा – अरुणाचल प्रदेश का स्वाद
ऐसा माना जाता है कि थुकपा वास्तव में तिब्बत से आया था. लेकिन आज यह अरुणाचल प्रदेश के स्थानीय लोगों के बीच काफी पसंद किया जाने वाला खाना है. इसे मांस या क्षेत्रीय उपलब्ध पहाड़ी सब्जियों के अलावा लेवल नूडल्स के साथ भी तैयार किया जाता है. थेनथुक एक तुलनीय व्यंजन है, जो यहां आसानी से मिल जाता है और इसमें फ्लैट नूडल्स के बजाय हाथ से खींचे गए नूडल्स का उपयोग किया जाता है. यह रेसिपी विशेष रूप से अरुणाचल प्रदेश में सर्दियों के दौरान गर्म और आरामदायक रहने के लिए खाई जाती है.
5. केली चना- मणिपुर के मसालेदार मटर
केली चना मणिपुर की सड़कों पर मिलने वाला एक लोकप्रिय भोजन है. ऐसा माना जाता है कि इस डिश का नाम एक बूढ़ी औरत से मिला है, जो एक पेड़ के नीचे मसालेदार छोले बेचा करती थी. केली चना को बनाने के लिए स्वादिष्ट जड़ी-बूटियों का भी इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें मेन इंग्रीडिएंट चना होता है. ट्रेडिशनल रूप से,केली चना को कमल के पत्ते पर परोसा जाता है, जिसकी वजह से इसका स्वाद और सुंदरता दो गुना हो जाता है.
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