[ad_1]
भारतीय शेयर बाजार इन दिनों अच्छा परफॉर्म कर रहे हैं. हाल ही में घरेलू शेयर बाजार ने नया लाइफाटाइम हाई बनाया है. इसका फायदा आईपीओ बाजार में भी मिल रहा है. हाल-फिलहाल में बाजार में आए कई आईपीओ ने अच्छा परफॉर्म किया है. जुपिटर लाइफ लाइन हॉस्पिटल्स का आईपीओ भी उसी तर्ज पर चल रहा है.
आईपीओ क्लोज होने में 1 दिन बाकी
जुपिटर लाइफ लाइन हॉस्पिटल्स के आईपीओ को ओपन होने के दूसरे दिन ही गुरुवार को पूरी तरह से सब्सक्राइब कर लिया गया. यह आईपीओ बाजार में सब्सक्रिप्शन के लिए 6 सितंबर बुधवार को खुला. इसके लिए 8 सितंबर शुक्रवार तक बोली लगाई जा सकती है. हालांकि एक दिन बाकी रहने के बाद भी इस आईपीओ को सभी कैटेगरी में कई गुना सब्सक्रिप्शन मिल चुका है.
अभी तक इतना मिला सब्सक्रिप्शन
इस आईपीओ को पहले दिन ही 87 फीसदी सब्सक्राइब कर लिया गया था. उसके बाद बिडिंग के दूसरे दिन गुरुवार को बाजार के ओपन होते ही कुछ ही समय में यह आईपीओ पूरी तरह से भर गया. दो दिन समाप्त होने के बाद इसे 3.30 गुना सब्सक्राइब किया जा चुका है. इसे रिटेल इन्वेस्टर्स, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स और क्वलिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स सभी कैटेगरी में अच्छा रिस्पॉन्स मिला है.
हर कैटेगरी में शानदार रिस्पॉन्स
गुरुवार को बोली के दूसरे दिन का कारोबार समाप्त होने के बाद जुपिटर लाइफ लाइन हॉस्पिटल्स आईपीओ के रिटेल पोर्शन को 3.08 गुना सब्सक्राइब किया जा चुका था. वहीं नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स की कैटेगरी में 6.63 गुना और क्वलिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स की कैटेगरी में 1.12 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था.
इतना बड़ा है आईपीओ का साइज
इस आईपीओ में 73.74 लाख शेयरों का फ्रेश इश्यू शामिल है. इससे कंपनी को 542 करोड़ रुपये मिल सकते हैं. वहीं इस आईपीओ में 44.5 लाख शेयरों का ऑफर फोर सेल भी है. आईपीओ में ओएफएस के जरिए देवांग वसंतलाल गांधी और नीता गांधी जैसे प्रमोटर अपनी हिस्सेदारी बेच रहे हैं. इस आईपीओ का कुल साइज 869.08 करोड़ रुपये है.
इतना है ग्रे मार्केट में प्रीमियम
कंपनी आईपीओ से पहले एंकर इन्वेस्टर्स से 261 करोड़ रुपये जुटा चुकी है. इसके जीएमपी की बात करें तो अभी ही ग्रे मार्केट में जुपिटर लाइफ लाइन का शेयर 225 रुपये यानी 30 फीसदी से ज्यादा प्रीमियम के साथ ट्रेड कर रहा है. इस आईपीओ का इश्यू प्राइस बैंड 695-735 रुपये है. इस तरह देखें तो जीएमपी के हिसाब से इसके शेयर बाजार में 960 रुपये के आस-पास लिस्ट हो सकते हैं.
ये भी पढ़ें: अशनीर ग्रोवर ने बीसीसीआई को दिया ये मंत्र, वर्ल्ड कप से हो जाएगी धुआंधार कमाई
[ad_2]
Source link