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Harm From Adulterated Sweets.देश भर में दीपावली (Deepawali 2023)के पर्व की शुरूआत हो गई है. इस मौके पर पूजा पाठ के साथ साथ घर सजाने और एक दूसरे का मुंह मीठा कराने का प्रचलन काफी पुराना है. ऐसे में एक दूसरे को गिफ्ट के साथ मिठाइयां (fake sweets)भी दी जाती हैं. ऐसे में मिठाई की डिमांड बढ़ने पर बाजार में नकली मिठाइयों की खेप भी आ जाती है. मुनाफा कमाने के चक्कर में जालसाज बाजार में नकली और कैमिकल कलर वाली मिठाइयां बेचते हैं जो सेहत के लिए गंभीर खतरे पैदा कर सकती है. चलिए आपको बताते हैं कि नकली मिठाई (fake sweets side effects)शरीर को किस तरह से नुकसान पहुंचा सकती है.
कैसे बनती है नकली मिठाई
आपको बता दें कि नकली मिठाई बनाने के लिए जालसाज खोए और दूध की जगह फर्टिलाइजर, आलू, आयोडीन, डिटर्जेंट, सिंथेटिक दूध, व्हाइटनर, चॉक, यूरिया औऱ तरह तरह के केमिकल का यूज करते हैं. इतना ही नहीं मिठाई को सजाने के लिए चांदी के वर्क की जगह एल्यूमिनियम के वर्क का यूज किया जा रहा है जो सेहत के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है.
नकली मिठाई से सेहत को होते हैं कई नुकसान
मिठाई में रंग के नाम पर केमिकल मिलाने, नकली मावा, नकली दूध और छेना के उपयोग से शरीर कई तरह के खतरों की जद में आ जाता है. ऐसी मिठाई के सेवन से ब्रेन कैंसर, मुंह का कैंसर, ल्यूकेमिया, किडनी के रोग,सांस संबंधी बीमारियां और कई तरह की एलर्जी होने की बात हेल्थ एक्सपर्ट करते हैं. कई जगह मिठाई में मिलावट करते वक्त उसमें स्टार्च और अनसैचुरेटेड फैट जैसी चीजें मिला दी जाती हैं जिन्हें खाकर शरीर का कोलेस्ट्रोल लेवल एकदम हाई हो जाता है और इससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. मिठाई के ऊपर लगा एल्यूमिनियम वर्क पेट में जाकर दिमाग और हड्डियों को काफी नुकसान पहुंचाता है. इसके सेवन से बच्चों की किडनी पर बुरा असर पड़ने की बात कही जाती है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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