डायरेक्ट टैक्स ने भरा सरकार का खजाना, 10 अगस्त तक ही आ गए 6.53 लाख करोड़

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चालू वित्त वर्ष सरकारी खजाने के लिए बेहतर साबित हो रहा है. सरकार को टैक्स से होने वाली कमाई लगातार बढ़ रही है. अकेले डायरेक्ट टैक्स के मामले में सरकार का कलेक्शन चालू वित्त वर्ष में अब तक पिछले साल की तुलना में 15.7 फीसदी ज्यादा रहा है. यह आंकड़ा 10 अगस्त तक का है.

इतनी हुई अब तक कमाई

शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष के दौरान 10 अगस्त तक सरकार को प्रत्यक्ष करों से 6.53 लाख करोड़ रुपये की कुल कमाई हुई है. यह पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के दौरान प्रत्यक्ष करों से हुई कमाई की तुलना में 15.7 फीसदी ज्यादा है. वहीं शुद्ध आधार पर बात करें यानी टैक्सपेयर्स को जारी किए गए रिफंड को हटा दें तो आंकड़ा 5.84 लाख करोड़ रुपये बैठता है.

खजाने में आया अनुमान का इतना हिस्सा

आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष के दौरान 10 अगस्त तक डायरेक्ट टैक्सेज से शुद्ध आधार पर हुआ कलेक्शन साल भर पहले की तुलना में 17.33 फीसदी ज्यादा है. वहीं यह आंकड़ा पूरे वित्त वर्ष के लिए बजट के अनुमान के 32.03 फीसदी के बराबर है. इसका मतलब हुआ कि सरकार ने पूरे वित्त वर्ष 2023-24 में जितनी कमाई होने का अनुमान लगाया था, उसका 32 फीसदी से ज्यादा 10 अगस्त तक ही खजाने में आ चुका है.

पहले से ज्यादा जारी हुए रिफंड

सरकार ने बताया कि चालू वित्त वर्ष के दौरान टैक्सपेयर्स को पहले से ज्यादा रिफंड भी जारी किए गए हैं. सरकार ने टैक्सपेयर्स को अप्रैल से लेकर 10 अगस्त 2023 तक 0.69 लाख करोड़ रुपये का कुल रिफंड जारी किया है. यह पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के दौरान जारी किए गए रिफंड की तुलना में 3.73 फीसदी ज्यादा है.

पिछले वित्त वर्ष में इतनी वृद्धि

पिछले वित्त वर्ष के दौरान प्रत्यक्ष करों का कुल संग्रह 20 फीसदी से ज्यादा बढ़कर 19.68 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया था. ग्रॉस कलेक्शन के इस आंकड़े में कॉरपोरेट टैक्स से 10.04 लाख करोड़ रुपये और पर्सनल इनकम टैक्स से 9.60 लाख करोड़ रुपये आए थे. पिछले वित्त वर्ष के दौरान ग्रॉस कॉरपोरेट टैक्स कलेक्शन में 16.91 फीसदी की और ग्रॉस पर्सनल इनकम टैक्स कलेक्शन में 24.23 फीसदी की तेजी आई थी.

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