झूठ, बहाने आखिर कब तक? IPL से कमाई चक्कर में भविष्य को दांव पर लगा रहे भारतीय खिलाड़ी

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IPL 2024: इंडियन प्रीमियर लीग की शुरुआत साल 2008 में हुई थी और अब 16 साल बाद BCCI के सामने बहुत बड़ी मुसीबत आ खड़ी हुई है. ये बात किसी से छुपी नहीं है कि IPL दुनिया की सबसे बड़ी स्पोर्ट्स लीग्स में से एक है और ये रातों-रात किसी खिलाड़ी को स्टार बना सकती है. दुर्भाग्यवश अब एक बड़ी मुसीबत यह है कि IPL 2024 में खेलने वाले खिलाड़ी ज्यादा पैसा कमाने के चक्कर में डोमेस्टिक क्रिकेट से किनारा कर रहे हैं.

BCCI ने हाल ही में भारतीय खिलाड़ियों से डोमेस्टिक क्रिकेट खेलने का आग्रह किया था और एक उदाहरण स्थापित करने के लिए श्रेयस अय्यर और ईशान किशन को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट देने से मना कर दिया था. अब पता चला है कि IPL 2024 में आने वाले 165 भारतीय खिलाड़ियों में से 56 प्लेयर्स ने हालिया रणजी ट्रॉफी में एक भी मैच नहीं खेला था और 25 ऐसे रहे जिन्होंने केवल एक मैच खेला था.

हार्दिक पांड्या और कृणाल पांड्या

हार्दिक पांड्या इस बार मुंबई इंडियंस की कप्तानी करेंगे और IPL से करोड़ों की कमाई करते हैं. वहीं उनके भाई कृणाल पांड्या लखनऊ सुपर जायंट्स का हिस्सा हैं. इन दोनों ऑल-राउंडर खिलाड़ियों ने काफी समय से अपनी होम टीम बड़ौदा के लिए क्रिकेट नहीं खेला है. हार्दिक ने कोई डोमेस्टिक टूर्नामेंट साल 2018 में खेला था.

युवा भारतीय क्रिकेटर्स का IPL की तरफ झुकाव 

उमरान मलिक अपनी तेज गेंदबाजी के लिए लगातार सुर्खियों में बने रहे हैं. उन्होंने 150 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से गेंद फेंक कर भारतीय क्रिकेट में सनसनी फैला दी थी. उनके अलावा जम्मू और कश्मीर के रसिख सलाम डार और युद्धवीर सिंह चरक, दोनों ही तेज गेंदबाजी करते हैं लेकिन रणजी ट्रॉफी में इस बार उन्होंने एक भी मैच नहीं खेला है. रसिख को इस बार दिल्ली कैपिटल्स और युद्धवीर को LSG ने अपने साथ जोड़ा है.

ईशान किशन की बढ़ती मुश्किलें

भारतीय टीम के कोच राहुल द्रविड़ का कहना था कि अगर ईशान किशन टीम में वापसी करना चाहते हैं तो उन्हें रणजी ट्रॉफी में खेलना चाहिए. मगर झारखंड स्टेट एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सहाय ने बताया था कि किशन ने कभी रणजी ट्रॉफी के पूरे सीजन में खेलने के लिए खुद को उपलब्ध नहीं बताया था.

कई अन्य खिलाड़ियों ने भी रणजी ट्रॉफी का रुख नहीं किया

जितेश शर्मा IPL 2024 में पंजाब किंग्स के लिए खेलेंगे. वो रणजी सीजन में विदर्भ की तरह से केवल एक मैच खेले, लेकिन 9 मुकाबलों से बाहर रहे. वहीं दीपक चाहर और राहुल चाहर की भाइयों की जोड़ी भी सीजन से बाहर रही. राहुल ने एक मैच खेला, लेकिन दीपक पूरी तरह सीजन से गायब रहे. CSK के लिए खेलने वाले राजवर्धन हंगरगेकर और मुकेश चौधरी ने चोट का हवाला देकर रणजी ट्रॉफी में खेलने से इनकार कर दिया था, मगर महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन ने उनकी फिटनेस पर कोई आधिकारिक स्टेटमेंट जारी नहीं की है.

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