ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा- उड़ान स्कीम में 1.30 लाख यात्रियों ने भरी उड़ान, सुरक्षा पर अलर्ट

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Aviation Minister In Parliament: संसद का शीतकालीन सत्र आज से राजधानी दिल्ली की नए संसद भवन में शुरू हो गया. शीतकालीन सत्र के पहले दिन केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कई सवालों के जवाब दिए और एविएशन मिनिस्ट्री के कुछ अपडेट बताए. इनमें उड़ान स्कीम, एयरपोर्ट और फ्लाइट सेफ्टी के मुद्दों सहित कुछ चुनिंदा एयरपोर्ट से जुड़े सवालों के जवाब शामिल हैं.

उड़ान योजना के तहत 1.30 लाख यात्रियों ने हवाई यात्रा की- ज्योतिरादित्य सिंधिया

ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया ने राज्यसभा में जानकारी दी कि उड़ान योजना के तहत देश भर में अब तक 1.30 लाख यात्रियों ने हवाई जहाज से सफर कर लिया है. साल 2030 तक देश में हवाई यात्रियों की संख्या बढ़कर कुल 42 करोड़ हो जाने का अनुमान है. उड़ान को लाने का लक्ष्य कम बजट में हवाई सफर का लाभ देना था जिस पर स्कीम खरी उतर रही है. 

प्रश्नकाल में दी सिंधिया ने जानकारी

ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया ने सदन में प्रश्नकाल के दौरान सवाल के जवाब में जानकारी कि, “केंद्र सरकार की उड़ान स्कीम के तहत देश के 1.30 लाख लोगों ने हवाई सफर कर लिया है. ऐसे लोग जिन्होंने कभी फ्लाइट में सफर के बारे में सोचा भी नहीं होगा, उनको हवाई सफर करने का मौका उड़ान स्कीम ने दिलाया है.”

क्या है उड़ान स्कीम

नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने उड़ान योजना (उड़े देश का नागरिक) की शुरुआत साल 2016 में की थी. पहले इसे 10 सालों के लिए शुरू किया गया है. स्कीम का उद्देश्य दूरदराज के एरिया को कवर करना और हवाई नेटवर्क से जोड़ना है. साथ ही छोटे शहरों तक कनेक्टिविटी बढ़ाना भी है. इस योजना के तहत 2024 तक 100 हवाई अड्डों को डेवलप करने का लक्ष्य है और अगले साल स्कीम को 8 साल पूरे होंगे. उड़ान के लागू होने के बाद देश के हवाई मानचित्र पर 76 नए हवाई अड्डे जुड़ गए हैं. उड़ान के तहत एयर पैसेंजर्स को अफोर्डेबल रेट पर हवाई सफर कराने के साथ ही लोगों का समय बचाना भी लक्ष्य है. देश की सिविल एविएशन मिनिस्ट्री के क्षेत्रीय संपर्क योजना को उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) के नाम से जाना जाता है. 

एविएशन मिनिस्ट्री की प्राथमिकता में से है सेफ्टी- सिंधिया

सिंधिया ने ये भी कहा कि सेफ्टी हमारे एविएशन मिनिस्ट्री की प्राथमिकता है. सुरक्षा के लिए बीसीएएस (ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी) सभी हवाई अड्डों पर पैनी नजर रखता है और सुरक्षा के लिए डीजीसीए सीएआर (सिविल एविएशन) जारी करता है. बीसीएएस हमारा संस्थान है और इससे यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखा जाता है. जब भी कोई एयरलाइन या एयरपोर्ट दोषी पाया जाता है, तो उन पर जुर्माना लगाया जाता है. 

महाराष्ट्र के नांदेड़ हवाई अड्डे से जुड़े सवाल का भी दिया जवाब

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने महाराष्ट्र के नांदेड़ हवाई अड्डे पर पूछे गए सवाल के जवाब में बताया कि ये राज्य सरकार का एयरपोर्ट है. महाराष्ट्र सरकार ने एक प्राइवेट कंपनी को नांदेड़ एयरपोर्ट दिया था जिसके बाद इस पर फ्लाइट ऑपरेशन शुरू भी हो गए थे. हालांकि बाद में एयरपोर्ट ऑपरेशंस बंद हो गए. अब वहां से फ्लाइट्स का ऑपरेशन शुरू करना केंद्र सरकार की प्राथमिकताओं में से है. उसके बाद वहां से विमानों का आवागमन शुरू हो जाएगा जिससे दूर दराज एरिया तक कनेक्टिविटी बढ़ जाएगी.

नागर विमानन मंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार को प्राइवेट कंपनी से एयरपोर्ट वापस लेकर वहां फ्लाइट संचालन शुरू करना चाहिए क्योंकि सिख समाज के लिए नांदेड़ काफी महत्वपूर्ण जगह है.

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