जेपी मॉर्गन ने भारत को इमर्जिंग मार्केट बॉन्ड इंडेक्स में किया शामिल, 24 अरब डॉलर का निवेश संभव

[ad_1]

Indian Government Bonds: जून 2024 से भारत सरकार के बॉन्ड में अरबों डॉलर का विदेशी निवेश आ सकता है. जेपी मॉर्गन चेज ने अपने भारत के सरकारी बॉन्ड को बेंचमार्क इमर्जिंग-मार्केट इंडेक्स में शामिल करने का फैसला किया है.  28 जून 2024 से जेपी मॉर्गन गवर्मेंट बॉन्ड इंडेक्स-इमर्जिंग मार्केट में भारत सरकार के सरकारी बॉन्ड्स को शामिल करेगा. इस इंडेक्स में 10 फीसदी वेटेज भारत के सरकारी बॉन्ड्स का होगा.  जेपी मॉर्गन के इस फैसले से एक अनुमान के मुताबिक देश के डेट मार्केट में 25 बिलियन डॉलर के निवेश के आने की संभावना है.

रुपया मजबूत, बैंकिंग स्टॉक्स में उछाल

जेपी मॉर्गन के इस फैसले के चलते सुबह करेंसी मार्केट में डॉलर के मुकाबले रुपया बड़ी मजबूती के साथ खुला. रुपया एक डॉलर के मुकाबले 29 पैसे की मजबूती के साथ 82.82 रुपये पर खुला. वहीं शेयर बाजार में बैंकिंग स्टॉक्स में जोरदार खासतौर से सरकारी क्षेत्र के बैंकों के शेयरों में जोरदार तेजी देखने को मिली है.  

भारत पर बढ़ते भरोसे का असर 

भारत के सरकारी बॉन्ड्स को बेंचमार्क इमर्जिंग-मार्केट इंडेक्स में शामिल करने पर आर्थिक मामलों के सचिव अजय सेठ ने कहा ये स्वागत योग्य फैसला है जो भारतीय अर्थव्यवस्था में भरोसे को दिखाता है. मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन ने भी फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि जेपी मॉर्गन ने खुद ये निर्णय लिया है. ये फाइनेंशियल मार्केट के भागीदारों और फाइनेंशियल मार्केट्स के भारत की क्षमता और ग्रोथ संभावनाओं उसके व्यापक आर्थिक और राजकोषीय नीतियों पर भरोसे को दिखाता है. जिस प्रकार लंबी अवधि के लिए भारतीय इक्विटी मार्केट्स में निवेश पर निवेशकों को लाभ हुआ है उसी प्रकार  भारत सरकार के बॉन्ड में भी लंबी अवधि के निवेशकों को फायदा होगा. 

रेटिंग एजेंसी बदलेंगी नजरिया 

जेपी मॉर्गन इमर्जिंग बॉन्ड इंडेक्स में भारत को शामिल किए जाने पर कोटक महिंद्रा एएमसी के एमडी निलेश शाह ने कहा, भारत को बॉन्ड इंडेक्स में शामिल करने सही दिशा में लिया गया फैसला है. रूस के इंडेक्स से बाहर जाने और चीन में दिक्कतों के चलते डेट मार्केट में निवेश करने वाले निवेशकों के लिए ऑप्शन सीमित हो गया है. उन्होंने रेटिंग एजेंसी से निवेशकों के इस फैसले का सम्मान करते हुए कहा कि वे अपने मूडी और पूअर स्टैंडर्ड्स को छोड़ेंगे. निलेश शाह ने कहा इस फैसले से भारत के बॉन्ड मार्केट को मजबूती मिलेगी.   

निवेशकों को लुभायेगा सरकारी बॉन्ड

ब्लूमबर्ग के डेटा के मुताबिक विदेशी निवेशकों ने इस साल भारत के सरकारी बॉन्ड में 3.5 बिलियन डॉलर का निवेश किया है. भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशक बड़े निवेशक के तौर पर उभरे हैं. लेकिन अब भारत सरका के सरकारी बॉन्ड्स भी निवेशकों को लुभायेंगे.    

ये भी पढ़ें-

Unemployment In India: 25 वर्ष से कम उम्र के 42% फीसदी युवा हैं देश में बेरोजगार, अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट में हुआ खुलासा

[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *