जब पार्वती के कठोर तप से भी प्रकट नहीं हुए शिव, तब संतप्त उठा पूरा संसार, जानिए शिव पुराण की ये कथा

[ad_1]

Shiv Puran Lord Shiva Niti in Hindi: शिव महापुराण हिंदू धर्म का महत्वपूर्ण पुराण है. यह शैव मत से संबंधित पुराण है, जिसमें शिव जी के बारे में विस्तारपूर्वक वर्णन मिलता है. शिव पुराण में शिव जी के स्वरूपों, अवतारों, ज्योतिर्लिंगों की महिमा का बखान है. कहा जाता है कि जो व्यक्ति शिव माहपुराण की कथा का पाठ करता या सुनता है उसे शिवलोक की प्राप्ति होती है.

शिव पुराण हिंदू धर्म के 18 पुराणों में एक है. 18 पुराणों की सूची में यह चौथे नंबर पर है. साथ ही शिव पुराण में भगवान शिव और माता पार्वती की गाथा के बारे में भी बतलाया गया है. पौराणिक और धार्मिक कथा-कहानियों के अनुसार शिव जी को पति के रूप में प्राप्त करने के लिए माता पार्वती ने वर्षों तप किए और व्रत रखे थे. लेकिन शिव पुराण में उस समय पर वर्णन किया गया है, जब पार्वती जी के कठोर तप से भी शिव प्रकट नहीं हुए और पार्वती जी की तपस्या से पूरा संसार संतप्त हो उठा था. आइये जानते हैं फिर क्या हुआ ?

जब पार्वती के कठोर तप से भी प्रकट नहीं हुए शिव

शिव पुराण में बताया गया है कि, नारदजी से पंचाक्षर मंत्र लेकर भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए पार्वती जी ने घोर तपस्या शुरू कर दी. यह तपस्या इतनी कठिन थी कि मुनियों के लिए भी दुष्कर थी. शिवजी को प्रसन्न करने और पति के रूप में पाने के लिए तपस्या करते हुए पार्वती जी ने वर्षों बिता दिए, लेकिन इसे बावजूद भी शिव प्रकट नहीं हुए. इसके बाद हिमाचल, मेना, मेरु और मंदराचल आदि ने आकर पार्वती को समझाया. साथ ही सभी ने शिव की प्राप्ति को दुष्कर बताते हुए वापिस घर चलने की बात कही.

लेकिन पार्वती जी नहीं मानीं. उन्होंने कहा, जिन्होंने रोष से कामदेव को भस्म कर दिया वो महादेव अगर विरक्त हैं तो मैं भी अपनी तपस्या से उन्हें अवश्य संतुष्ट करूंगी. आप सभी कृपया वापस लौट जाएं. महादेव अवश्य ही मेरी तपस्या से संतुष्ट होंगे. सभी के वापस लौट जाने के बाद सखियों के बीच घिरी पार्वती जी का निश्चय अब पहले से अधिक यथार्थ हो चुका था और वो पहले से अधिक कठोर तपस्या करने लगीं. उनकी तपस्या से देवता, असुर, मानव और चराचर प्राणियों के साथ समस्त त्रिलोकी भी संतप्त हो उठे.

ये भी पढ़ें:  Chandra Grahan 2024: साल 2024 का पहला चंद्र ग्रहण 25 मार्च को, जानें इससे जुड़ी 10 बड़ी बातें
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें. 

[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *