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Petrol Diesel Price: क्या लोकसभा चुनावों के एलान से पहले पेट्रोल डीजल के दाम घटने वाले हैं? ये सवाल इसलिए पैदा हो रहा है कि सरकारी तेल कंपनियों के स्टॉक में जारी तेजी पर ब्रेक लग गया है. बाजार को ये अंदेशा हो रहा है कि मार्च महीने में चुनाव आयोग के लोकसभा चुनाव के तारीखों के एलान से पहले मोदी सरकार पेट्रोल डीजल के दाम घटाकर वोटरों को लुभाने की कोशिश कर सकती है. इसकी वजह कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा और इंडिया गठबंधन में सफलतापूर्वक हो रहा सीटों का बंटवारा शामिल है.
महंगाई को लेकर सरकार पर बढ़ा विपक्ष का हमला
राहुल गांधी मणिपुर से मुंबई तक यात्रा पर निकले हुए हैं और वे लगातार सरकार पर महंगाई को लेकर हमला बोल रहे हैं. पहले इंडिया गठबंधन के सीटों के बंटवारे पर प्रश्नचिन्ह लगा हुआ था लेकिन कांग्रेस – सपा के बीच उत्तर प्रदेश में सीटों का बंटवारा हो चुका है. तो दिल्ली में आम आदमी के साथ कांग्रेस के सीटों का बंटवारा तय माना जा रहा है. जिसके बाद मोदी सरकार कोई जोखिम नहीं ले सकती है इसलिए पेट्रोल डीजल के दामों में कटौती की संभावना जताई जा रही है जिससे महंगाई पर काबू पाया जा सके और वोटरों को लुभाया जा सके.
तीनों ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के शेयर फिसले
ऐसे में शेयर बाजार में ये कयास लगाया जा रहा है कि वोटरों को लुभाने के लिए मोदी सरकार पेट्रोल डीजल के दाम मार्च महीने में चुनाव के तारीखों के एलान से पहले घटा सकती है. यही वजह है कि सरकारी तेल कंपनियां इंडियन ऑयल, बीपीसीएल और एचपीसीएल के स्टॉक प्राइस में पिछले एक हफ्ते में गिरावट देखने को मिली है. शुक्रवार 23 फरवरी को भी तीनों ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के शेयर गिरकर बंद हुए हैं.
तेल कंपनियों के शेयरों में तेजी पर ब्रेक
बीपीसीएल का शेयर 1.35 फीसदी आज के ट्रेड में गिरा है तो एक हफ्ते में स्टॉक में 5.5 फीसदी तक स्टॉक नीचे आ चुका है. जबकि एक महीने में 33 फीसदी का उछाल देखने को मिला था. एचपीसीएल का शेयर 2.18 फीसदी गिरकर बंद हुआ है जबकि एक हफ्ते में पेट्रोल डीजल के डाम घटने के आसार के चलते 6.75 फीसदी गिर चुका है. इंडियन ऑयल का स्टॉक 2.31 फीसदी गिरा है जबकि एक हफ्ते में शेयर 6 फीसदी तक टूट चुका है.
निवेशक कर रहे मुनाफावसूली
शेयर बाजार में लग रहे इस कयास के बाद निवेशक हाल के दिनों में तीन तेल कंपनियों के स्टॉक में आई तेजी के बाद मुनाफावसूली कर रहे हैं. इस बात की संभावना है कि अगर चुनावी नफा नुकसान को देखने हुए पेट्रोल डीजल के दामों में सरकार कटौती करती है तो तीनों तेल कंपनियों के शेयरों में और भी मुनापावसूली देखने को मिल सकती है.
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