[ad_1]
Ganesh Chaturthi 2024: गणपति की स्थापना 7 सितंबर 2024 को की जाएगी. इस दिन गणेश चतुर्थी है. दस दिवसीय गणेश उत्सव (Ganesh utsav start) का आरंभ इसी दिन से होता है. इन दिनों में बप्पा की सेवा, पूजा की जाती है. कहते हैं रिद्धि, सिद्धि, बुद्धि, ज्ञान के देवता गणपति जी का आशीर्वाद जिस पर बना रहे उसके वारे न्यारे हो जाते हैं.
हर संकट दूर होता है. दुख-दरिद्रता का सामना नहीं करना पड़ता. मुंबई में गणेश उत्सव (Mumbai ganesh chaturthi) की रोनक खास होती है. अगर आप भी अपने घर, दुकान या पंडाल में गणपति जी की विराजित कर रहे हैं तो यहां दिल्ली, मुंबई, जयपुर सहित अपने शहर में गणेश जी की स्थापना का मुहूर्त जान लें.
शहर अनुसार गणपति स्थापना 2024 मुहूर्त (Ganpati sthapana 2024 muhurat according to Cities)
शहर | गणेश जी स्थापना मुहूर्त |
पुणे | सुबह 11:18 – दोपहर 01:47 |
नई दिल्ली | सुबह 11:18 – दोपहर 01:47 |
मुंबई | सुबह 10:20 – दोपहर 12:49 |
चेन्नई | सुबह 10:53 – दोपहर 01:21 |
जयपुर | सुबह 11:09 – दोपहर 01:40 |
हैदराबाद | सुबह 11:00 – दोपहर 01:28 |
चंडीगढ़ | सुबह 11:05- दोपहर 01:36 |
कोलकाता | सुबह 10:20 – दोपहर 12:49 |
बेंगलुरु | सुबह 11:04 – दोपहर 01:31 |
अहमदाबाद | सुबह 11:23 – दोपहर 01:52 |
नोएडा | सुबह 11:03 – दोपहर 01:33 |
मिट्टी से बने गणेश जी की स्थापना का महत्व (Eco friendly ganesh significance)
कहते हैं मिट्टी में स्वाभाविक पवित्रता होती है. इससे बनी मूर्ति में भूमि, जल, वायु, अग्नि और आकाश पांचों तत्व के अंश रहते हैं. वही दूसरी ओर गणेश जी के जन्म की कथा में भी ये ही बताया है कि देवी पार्वती ने पुत्र की इच्छा से मिट्टी का ही पुतला बनाया था, फिर शिवजी ने उसमें प्राण डाले थे. यही वजह है कि घर में मिट्टी से बने गणपति की स्थापना करने से सुख, समृद्धि में वृद्धि होती है. बप्पा व्यक्ति के सारे दुख-दोष हर लेते हैं.
मिट्टी के अलावा गणेश जी की कौन सी मूर्ति है शुभ
अगर कोई पूरे साल के लिए गणेश जी की मूर्ति अपने मंदिर में स्थापित करना चाहता है तो वह मिट्टी के अलावा श्वेतार्क, हल्दी, गोबर, लकड़ी से बनी मूर्ति स्थापित कर सकता है.
Ganesh Chaturthi 2024: गणेश चतुर्थी पर 100 साल बाद महासंयोग, ये 3 राशियां होंगी मालामाल
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
[ad_2]
Source link