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आजकल बच्चों और युवाओं को बाहर का खाना खाने का बड़ा शौक होता है. लेकिन बाहर खाने की जो चीजें बनती हैं उनमें ज्यादातर चीजें मैदा से बनी होती है. फिर चाहे वह पिज़्ज़ा हो, छोले भटूरे हो या मोमोज हों. ज्यादा मैदा खाना शरीर के लिए अच्छा नहीं होता. ज्यादा मैदा खाने से वजन बढ़ने लगता है. और तो और मैदा को लेकर कहा यह भी जाता है कि यह आंतो से चिपक जाती है. क्या सच में मैदा खाने के बाद आतों से चिपक जाती है. एक्सपर्ट्स का क्या मानना है इस बारे में चलिए जानते हैं.
मैदा आंतों में नहीं चिपकती
मैदा को लेकर आम लोगों में जो धारणा है कि वह खाने के बाद आंतों में चिपक जाती है. इसको लेकर न्यूट्रिशनिस्ट अमिता गदरे ने इंस्टाग्राम पर शेयर किए गए अपने वीडियो जवाब दिया है. न्यूट्रिशनिस्ट ने बताया कि मैदा आंतों में नहीं चिपकती है. इसके पीछे उन्होंने कारण दिया कि जब हम मैदा खाते हैं तो हम उसे पका कर खाते हैं. पकाने के बाद जब मैदा खाते हैं तो वह पेट में आसानी से घुल जाती है और पच जाती है.
इसलिए मैदा के बारे में यह कहना कि वह आंतों में चिपक जाती है. यह गलत है. हालांकि अगर आप ज्यादा मैदा खाते हैं. तो फिर इससे आपका डाइजेस्टिव सिस्टम खराब हो सकता है. क्योंकि मैदा में फाइबर बहुत कम होता है. और इसमें स्टार्च ज्यादा होता है. जिसके चलते आपको एसिडिटी, पेट दर्द और कब्ज जैसी दिक्कत हो सकती है.
मैदा खाते वक्त इन चीजों का रखें ध्यान
अगर आप एक तय मात्रा में मैदा खाते हैं. तो इससे आपको कोई दिक्कत नहीं होगी. लेकिन फिर भी जब आप मैदा से बनी चीजें खा रहे हों. तो आप उसके साथ ज्यादा से ज्यादा सब्जियां खाएं. क्योंकि गेहूं से जब मैदा को बनाया जाता है. तब उसमें से फाइबर निकाल दिया जाता है.
और फाइबर ना होने के कारण इसके डाइजेस्ट होने में दिक्कत होती है. सब्जियों में फाइबर होता है इसलिए सब्जियां खाने के बाद इस यह आसानी से पच सकती है. लेकिन मैदा खाने के बाद अगर आपको पेट से जुड़ी कोई दिक्कत हो रही है तो फिर आप डॉक्टर से सलाह जरूर लें.
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