Indian Stock Market Crash: क्या भारतीय शेयर बाजार (Indian Stock Market) में गुरुवार 3 अक्टूबर 2024 को आई गिरावट का चीन (China) कनेक्शन है? एक ही दिन में सेंसेक्स (Sensex) में 1770 और निफ्टी (Nifty) 550 अंकों की गिरावट देखने को मिली है. इस गिरावट में सबसे बड़ा हाथ विदेशी निवेशकों ( Foreign Investors) का रहा है जिन्होंने एक ही दिन में 15,243 करोड़ रुपये के स्टॉक्स की बिकवाली की है. चीन के स्टॉक मार्केट में तेजी ने भारतीय शेयर बाजार के निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है. उन्हें डर सता रहा कि विदेशी निवेशक भारतीय बाजार की जगह चीनी स्टॉक मार्केट का रूख कर सकते हैं जहां लंबे समय से सुस्ती देखने को मिली है.
विदेशी निवेशक चीन का कर रहे रूख
चीन की सरकार ने पिछले हफ्ते ही अर्थव्यवस्था को संकट से उबारने के लिए और 5 फीसदी तक आर्थिक विकास दर को हासिल करने के लिए इकोनॉमिक स्टीमुल्स पैकेज (Economic Stimulus Package) की घोषणा की है. वहीं ये अनुमान जताया जा रहा है कि 1.4 ट्रिलियन डॉलर के राहत पैकेज की घोषणा और भी की जा सकती है. जानकारों के मुताबिक इसके चलते चीनी शेयर बाजार के स्टॉक्स में तेजी आ सकती है जिसके चलते भारतीय बाजारों से विदेशी निवेशक चीन का रूख कर सकते हैं. पिछले एक हफ्ते में चीनी शेयर बाजार में 15 फीसदी का उछाल आ चुका है. तो भारतीय शेयर बाजार का वैल्यूएशन एकतरफा तेजी के चलते महंगा नजर आ रहा है ऐसे में बेहतर रिटर्न के लिए विदेशी निवेशक चीन के शेयर बाजार में अपना निवेश बढ़ा सकते हैं.
भारतीय बाजार की बढ़ी चिंता
सितंबर 2024 के महीने में बेंचमार्क एमएससीआई इंडेक्स में पहली बार भारत का वेटेज चीन से आगे निकल गया. लेकिन पिछले हफ्ते चीनी स्टॉक मार्केट में तेजी के चलते फिर से चीन आगे जा निकला है. हालांकि गावेकल रिसर्च (Gavekal Research) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि चीन के शेयर बाजार में तेजी से भारतीय इक्विटीज पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
क्या बुल रन रहेगा कायम?
गावेकल रिसर्च की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में कटौती के फैसले के बाद इमर्जिंग मार्केट्स में कैपिटल फ्लो बढ़ेगा. इंटरनेशनल इंडेक्स में भारत के वेटेज बढ़ने के चलते इंफ्लो के बढ़ने की उम्मीद है. रिपोर्ट के मुताबिक चीन के शेयर बाजार तेजी जारी रहती भी है तो कई विदेशी निवेशक चीनी स्टॉक मार्केट में निवेश करने से दूरी बनायेंगे. चीन की वैश्विक सिरदर्दी भारत के लिए फायदेमंद रहने वाला है. रिपोर्ट के मुताबिक विदेशी निवेशकों को दूसरे इमर्जिंग मार्केट्स में बेहतर वैल्यू नजर जाएगा लेकिन भारतीय शेयर बाजार में जारी तेजी खत्म हो जाएगी ये कहना जल्दबाजी होगी.
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