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Petrol-Diesel Price Cut: दिसंबर 2023 के आखिरी हफ्ते में ये खबर आई कि मोदी सरकार अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में गिरावट के बाद पेट्रोल डीजल के दामों में बड़ी कटौती कर सकती है. हालांकि नए साल में 3 जनवरी, 2024 को पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ( Hardeep Singh Puri) ने ऐसी किसी भी संभावना को खारिज कर दिया. उन्होंने कीमतों में कटौती की खबरों को अफवाह करार दे दिया. पेट्रोलियम मंत्री के इस बयान ने विपक्ष को सरकार पर हमला बोलने का हथियार दे दिया है.
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट में लिखा, ‘कच्चे तेल के दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार में लुढ़क रहे हैं पर मोदी सरकार की लूटखोरी पर कोई लगाम नहीं है.’ उन्होंने आगे लिखा, मोदी जी के मंत्री खुद कह रहे हैं कि दाम घटाने को लेकर ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (Oil Marketing Companies) से कोई बात नहीं हुई है. मल्लिकार्जुन खरगे के मुताबिक 19 महीने में कच्चा तेल 31 फीसदी सस्ता हुआ है. तेल कंपनियों को एक लीटर पेट्रोल बेचने पर 8 से 10 रुपये लीटर और डीजल बेचने पर 3 से 4 रुपये लीटर का मुनाफा हो रहा है पर इसके बावजूद सरकार के मंत्री कह रहे कि दाम नहीं घटेंगे.
कच्चे तेल के दाम लुढ़क रहें हैं, पर मोदी सरकार की लूटखोरी पर कोई लगाम नहीं है।
मोदी जी के मंत्री जी खुद कह रहें हैं कि “तेल कंपनियों से दाम घटाने के बारे में कोई बात नहीं हुई है।”
तेल कंपनियां हर एक लीटर पेट्रोल पर जनता से ₹8 से ₹10 और डीज़ल पर ₹3 से ₹4 मुनाफ़ा कमा रहीं… pic.twitter.com/dIJOQP0sVB
— Mallikarjun Kharge (@kharge) January 4, 2024
दिसंबर के आखिरी हफ्ते में सूत्रों के हवाले ये ये खबर आई थी कि 2024 के लोकसभा चुनावों के मद्देनजर मोदी सरकार पेट्रोल डीजल के दामों में कटौती पर विचार कर रही है. इसके लिए सरकारी तेल कंपनियों के साथ बातचीत भी चल रही है. पेट्रोल डीजल के दामों में कटौती का भार सरकार और तेल कंपनियां बराबर उठाएंगी. तब ये भी कहा गया कि सरकार 10 रुपये प्रति लीटर ईंधन के दाम घटा सकती है जिससे खुदरा महंगाई दर को नीचे लाने में मदद मिलेगी जो नवंबर 2023 में 5.55 फीसदी रही थी.
कच्चे तेल के दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार में लंबे समय से 70 से 80 डॉलर प्रति बैरल के बीच घूम रहे. खबर ये भी आई थी कि पेट्रोलियम मंत्रालय और वित्त मंत्रालय के बीच दामों में कटौती के फॉर्मूले को लेकर बातचीत भी हुई है. हालांकि अब सरकार कीमतों में कटौती से इंकार कर रही है जिसपर विपक्ष हमलावर नजर आ रहा है.
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