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आजकल की खराब लाइफस्टाइल और खानपान के बीच खुद को हेल्दी रखना सबसे टफ काम है. खानपान ऐसा होना चाहिए जिसमें भरपूर मात्रा में विटामिन और पोषण तत्व शामिल होते हैं. अगर त्वचा को भरपूर मात्रा में पोषण नहीं मिलेगा तो त्वचा का रंग काला पड़ने लगता है. अब सोचेंगे ऐसा क्यों होता है इसके पीछे का कारण विटामिन बी12 की कमी बताया जाता है. विटामिन बी 12 को कोबालामिन के नाम से जाना जाता है. मेलेनिन शरीर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इससे त्वचा, बाल और आंखों का रंग जिम्मेदार है. मेलेनिन त्वचा और बाल को यूवी किरणों से बचाता है. विटामिन बी 12 की कमी से मेलानोसाइट्स, मेलेनिन को प्रोड्यूस करने वाले सेल्स शरीर का रंग खराब होने लगता है.
विटामिन बी12 की कमी से संबंधित त्वचा का रंग खराब होने के लक्षण:
हाइपरपिग्मेंटेशन:
शरीर में बी 12 की कमी से लोगों को हाइपरपिग्मेंटेशन की कमी होने लगती है. मेलेनिन के कारण त्वचा का रंग हल्का पड़ने लगता है. जिसके कारण त्वचा के रंग पर धब्बा पड़ने लगता है.
पीलिया:
विटामिन बी 12 की कमी के कारण पीलिया की बीमारी होती है. इसमें त्वचा का रंग पीला पड़ने लगता है.
शरीर में विटामिन बी 12 की कमी होने के कारण कुछ ऐसे दिखते हैं लक्षण
सूखी हुई स्किन
स्किन में दर्द और गांठ और सूखी होने के कारण धब्बे बनने लगते हैं और यह थायराइड के लक्षण हैं. थायराइड ग्लैंड में मेलानिन बढ़ने लगता है. जिसकी वजब से स्किन का रंग काला और गहरा होने लगताहै जिसकी वजह से कोलेजन में कमी होने लगती है.
स्किन पर खुजली
स्किन पर खुजली होना भी थायराइड के लक्षणों में से एक है. किसी व्यक्ति को यह समस्या है तो तुरंत ठीक हो जाती है. लेकिन थायरॉइड हार्मोन के कारण है तो काफी ज्यादा वक्त लगता है.
काले और धब्बेदार स्किन
स्किन का सख्त होना. थायराइड होने से पहले शरीर पर यह लक्षण दिखाई देते हैं. यह खराब मेटोबोलिज्म से जुड़ी हुई है. इसलिए अगर स्किन डार्क और धब्बेदार दिखने लगे या स्किन पर पैचेस दिखें तो आपको तुरंत थायराइड टेस्ट करवाना चाहिए. क्योंकि इस बीमारी का वक्त रहते इलाज करवा लेना चाहिए.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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