Fake Investment Tips: डीपफेक वीडियो (Deepfake Videos) अब मनोरंजन की दुनिया से निकलकर इनवेस्टमेंट के बाजार में पहुंच गए हैं. स्टॉक इनवेस्टमेंट टिप्स दे रहे ये फर्जी वीडियो आपकी पूंजी को खतरे में डाल सकते हैं. इससे इनवेस्टमेंट मार्केट में चिंता फैली हुई है. पिछले साल नवंबर में अभिनेत्री रश्मिका मंदाना (Rashmika Mandana) के डीपफेक वीडियो का मामला बहुत उछला था. फिर रतन टाटा (Ratan Tata) और सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) का डीपफेक वीडियो भी सामने आया था. अब इसका नया शिकार बने हैं, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल (ICICI Prudential) म्यूचुअल फंड के प्रबंध निदेशक निमेश शाह (Nimesh Shah). इस फर्जी वीडियो में उनके द्वारा 2024 के लिए कई स्टॉक खरीदने की सिफारिशें की जा रही हैं. यह वीडियो वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक (Facebook) पर विज्ञापन के रूप में दिखाई दे रहा है.
Deepfake Ads Of ICICI Pru’s Nimesh Shah Surfaces On Facebook https://t.co/bwdUaYJwro
— Ḥamīd (@iamhamid27) January 23, 2024
वॉयस क्लोनिंग सॉफ्टवेयर से बनाया वीडियो
बूमलाइव.इन के अनुसार, यह वीडियो वॉयस क्लोनिंग सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके बनाया गया. आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल के प्रवक्ता ने पुष्टि की है कि निमेश शाह ने ऐसी कोई स्टॉक सिफारिश नहीं की है. इसमें यह भी कहा गया कि डीपफेक वीडियो शाह द्वारा आउटलुक मनी को दिए गए एक इंटरव्यू के कुछ हिस्से निकालकर बनाया गया है. यह वीडियो 20 जनवरी, 2024 को मेटा की विज्ञापन लाइब्रेरी में दिखाई दिया. डीपफेक वीडियो में शाह कह रहे हैं कि स्टॉक ट्रेडिंग आपको रातों रात अमीर बना सकती है. मैंने 2023 में छह शेयरों की सिफारिश की थी. इन शेयरों ने भारी मुनाफा दिया. मैं आज 2024 में अपने पसंदीदा शेयरों के बारे में आपको जानकारी दूंगा. वीडियो के साथ 9 विज्ञापन भी चल रहे थे.
डीपफेक वीडियो के मसले पर चिंतित है सरकार
सचिन तेंदुलकर द्वारा अपने डीपफेक वीडियो का मसला उठाए जाने के बाद इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा था कि सरकार जल्द ही आईटी एक्ट के तहत कड़े नियम बनाएगी. सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को इनका पालन करना होगा. आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी एआई द्वारा बनाए जा रहे इन डीपफेक वीडियो पर चिंता व्यक्त की थी. उन्होंने कहा था कि सरकार लोकसभा चुनावों के बाद नया कानून ला सकती है.
रतन टाटा ने खुद शेयर की थी स्टोरी
दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा ने उनके नाम का इस्तेमाल कर 100 फीसदी रिटर्न की गारंटी वाले इनवेस्टमेंट का दावा करने वाले वीडियो को फर्जी बताया था. रतन टाटा ने इंस्टाग्राम स्टोरी में सोना अग्रवाल की पोस्ट की आलोचना भी की थी. सोना अग्रवाल नाम की इंस्टाग्राम यूजर ने फर्जी वीडियो पोस्ट किया था. इसमें रतन टाटा उसे अपना मैनेजर बता रहे हैं.
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