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Acharya Pramod Krishnam, Kalki Dham: राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब यूपी में बनने जा रहा श्री कल्कि धाम सुर्खियों में है. कल्कि भगवान विष्णु की 10वां अवतार माना जाता है, जो श्रीहरि का ‘कल्कि अवतार’ होना बाकी है. मान्यता है कि कल्कि अवतार के बाद कलियुग खत्म हो जाएगा.
कल्कि पुराण के अनुसार कल्कि अवतार संभल गांव में होगा, इसी के चलते यूपी के संभल में श्री कल्कि धाम का शिलान्यास 19 फरवरी 2024 को किया जाएगा, इसको लेकर कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने पीएम मोदी को समारोह के लिए आमंत्रित किया है, इसके बाद से प्रमोद कृष्णम चर्चा में हैं. आइए जानते हैं कौन है आचार्य प्रमोद कृष्णम
कौन हैं आचार्य प्रमोद कृष्णम
आचार्य प्रमोद कृष्णम का जन्म 4 जनवरी 1965 को उत्तर प्रदेश के संभल के गांव एंचोड़ा कम्बोह में हुआ. वह एक ब्राह्मण परिवार से तालुक रखते हैं. प्रमोद कृष्णम की गिनती यूपी में कांग्रेस के बड़े नेताओं में होती है. वह दो बार कांग्रेस से चुनाव लड़ चुके हैं.
2014 में संभल और दूसरी बार 2019 में लखनऊ से प्रत्याशी बने थे. कहा जाता है कि राम मंदिर निर्माण के सर्पोट में प्रमोद कृष्णम ही कांग्रेस में सबसे आगे रहे. खासकर यूपी से राम मंदिर निर्माण को लेकर प्रमोद कृष्णम मुखर रहे. राजनीति से ज्यादा इनके कल्कि पीठ की चर्चा होती है जो इन्होंने अपने गांव में बनाई है.
क्यों सुर्खियों में हैं प्रमोद कृष्णम
आचार्य प्रमोद कृष्णम कांग्रेस नेता के साथ एक संत भी है उन्होंने अपने कल्कि धाम के शिलान्यास के लिए पीएम मोदी को आमंत्रित किया है, जिसके बाद वह एक बार फिर चर्चा में है.
इससे पहले भी आचार्य प्रमोद कृष्णम राम मंदिर के निर्माण को लेकर भाजपा सरकार की सराहना कर चुके हैं, वहीं कांग्रेस को आया प्राण प्रतिष्ठा का न्योता ठुकराने पर भी उन्होंने पार्टी की आलोचना की थी. कई बार अपने बेबाक बयानों के चलते प्रमोद कृष्णम ने अपनी ही पार्टी कांग्रेस को कठघरे में खड़ा किया है.
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