Mark Zuckerberg: सोशल मीडिया कंपनी मेटा प्लेटफॉर्म्स (Meta Platforms) के सीईओ मार्क जकरबर्ग (Mark Zuckerberg) ने दुनियाभर की टेक कंपनियों में जारी छंटनी के कारण बताए हैं. उन्होंने कहा कि छंटनी के फैसले दर्दनाक होते हैं. मगर, कंपनियों के आगे बढ़ाने के लिए यह एक जरूरी कदम होता है. छंटनी का पहला दौर कोविड-19 महामारी के बाद आया. यह महामारी के दौरान की गई ज्यादा भर्तियों के चलते हुआ. उन्होंने इसे भविष्य के लिए एक जरूरी कदम बताया.
ओवर हायरिंग से निपटना जरूरी
मॉर्निंग ब्रू डेली को दिए गए एक पॉडकास्ट इंटरव्यू में मेटा के सीईओ ने कहा कि महामारी के बाद अभी भी कंपनियां खुद को संभाल रही हैं. कोविड के दौरान ई-कॉमर्स सेल बहुत तेजी से ऊपर गई. इसके चलते ऑनलाइन एडवरटाइजिंग में कंपनियों को बहुत लाभ हुआ. मगर, अब लोग स्टोर्स में वापस लौट रहे हैं. इसके चलते आसमान में उड़ान भर रहे एडवरटाइजिंग रेट जमीन पर आ गिरे हैं. इसके चलते अब मेटा समेत कई कंपनियों को कॉस्ट कटिंग करनी पड़ रही है. हमें अपनी ओवर हायरिंग से निपटना जरूरी हो गया है.
अच्छा टैलेंट खोया मगर भविष्य के लिए छंटनी बेहतर
मार्क जकरबर्ग ने कहा कि छंटनी के पीछे यही एक वजह नहीं है. कंपनियां अब महसूस कर रही हैं कि ऐसे कड़े फैसले उनके लिए बेहद जरूरी हैं. कई टेक कंपनियों ने शुरुआत में छंटनी के विचार को खारिज कर दिया था. मगर, उन्हें भी एहसास हुआ है कि ऐसा करना भविष्य के लिए बेहतर है. यह कठिन फैसला है क्योंकि हम सभी ने कुछ अच्छे टैलेंट को खो दिया. मगर, हम अब ज्यादा बेहतर तरीके से काम कर पा रहे हैं. कंपनी के स्टॉक भी ऑल टाइम हाई पर पहुंच गए हैं. जकरबर्ग ने बताया कि वह अपनी कंपनियों में से मैनेजमेंट की कई लेवल कम कर रहे हैं. इंस्टाग्राम में टेक्निकल प्रोग्राम मैनेजर्स के पद को खत्म किया जा रहा है. इससे काम करने की क्षमता और प्रभावी हो रही है.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बहुत बड़ा फैक्टर नहीं
माइक्रोसॉफ्ट और गूगल जैसी कंपनियों ने जबरदस्त कमाई के बावजूद छंटनी की है. अमेजन जैसी दिग्गज कंपनियां भी ऐसे ही इरादे जता चुकी हैं. इसके लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. मगर, मार्क जकरबर्ग इसे ठीक नहीं मानते. उन्होंने कहा कि हमारी कंपनियों में छंटनी की बड़ी वजह एआई नहीं है. उन्होंने एप्पल को बड़ी प्रतिस्पर्धा मानते हुए कहा कि यह अच्छी कंपनी है. एप्पल अच्छा काम कर रही है. मगर, उन्होंने भरोसा दिलाया कि एप्पल की चुनौती का मेटा प्लेटफॉर्म्स डटकर सामना करेगी.
ये भी पढ़ें
Labour Crisis: इस देश को संकट से निकालेंगे भारतीय, मिलेंगी हजारों नौकरियां, एमओयू हुआ साइन