[ad_1]
Cash Withdrawal Service: यूपीआई की सफलता ने कैश की जरूरत को बहुत कम कर दिया है. हालांकि, फिलहाल अगर किसी को कैश चाहिए होता है तो उन्हें एटीएम की ही तलाश रहती है. बैंकों की ब्रांच में बहुत कम लोग कैश के लिए जाते हैं. मगर, अब एटीएम का भी विकल्प वर्चुअल एटीएम के रूप में आ गया है. इसके बाद आपको एटीएम की तलाश में भी नहीं निकलना होगा. आप सिर्फ एक ओटीपी की मदद से किसी भी नजदीकी दुकान से पैसा निकाल सकेंगे. आपको सिर्फ स्मार्टफोन, मोबाइल बैंकिंग एप और इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत पड़ेगी. आइए इन वर्चुअल एटीएम के बारे में सब कुछ जान लेते हैं.
एटीएम, कार्ड या पिन की नहीं होगी आवश्यकता
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, फिनटेक कंपनी पेमार्ट इंडिया (Paymart India) इस वर्चुअल एटीएम (Virtual ATM) के आईडिया के साथ आई है. चंडीगढ़ स्थित कंपनी इसे कार्डलेस और हार्डवेयर लेस कैश विथड्राल सर्विस कहती है. वर्चुअल एटीएम के लिए आपको किसी एटीएम जाने की जरूरत नहीं और न ही कार्ड रखने एवं पिन की आवश्यकता पड़ेगी.
छोटे अमाउंट को निकालने में कारगर साबित होंगे
कंपनी के फाउंडर एवं सीईओ अमित नारंग ने वर्चुअल एटीएम के इस्तेमाल के बारे जानकारी देते हुए बताया कि वर्चुअल एटीएम छोटे अमाउंट को निकालने में कारगर साबित होंगे. आपको अपने मोबाइल बैंकिंग एप से पैसा निकालने की एक रिक्वेस्ट देनी होगी. इसके लिए आपका फोन नंबर बैंक से जुड़ा होना चाहिए. इस ओटीपी को आपको पेमार्ट के साथ रजिस्टर दुकान पर दिखाना होगा. ओटीपी को चेक करके दुकानदार आपको कैश दे देगा.
कस्टमर से कोई चार्ज भी नहीं लिया जाएगा
आपके मोबाइल बैंकिंग एप पर पेमार्ट के साथ जुड़े दुकानदारों की लिस्ट दिखाई देगी. इसके साथ ही उनके नाम, लोकेशन और फोन नंबर भी दिखाई देंगे. पैसा निकलने के लिए डेबिट कार्ड, एटीएम मशीन या यूपीआई की कोई जरूरत नहीं होगी. इस सेवा को इस्तेमाल करने के लिए कस्टमर से कोई चार्ज भी नहीं लिया जाएगा. फिलहाल पैसा निकालने की कोई लिमिट भी नहीं है. यह सर्विस दूरदराज के इलाकों के लिए बेहद उपयोगी साबित होगी.
कई बैंकों से हो चुका है टाई अप
इस सेवा को आईडीबीआई बैंक के साथ 6 महीने तक सफलता से चलाया गया है. फिनटेक फर्म ने इंडियन बैंक, जम्मू एवं कश्मीर बैंक और करुर वैश्य बैंक से भी टाई अप किया है. फिलहाल यह सेवा चंडीगढ़, दिल्ली, हैदराबाद, चेन्नई और मुंबई में उपलब्ध है. मार्च से इसे पूरे देश में लागू करने की तैयारी है. साथ ही सीएससी ईगवर्नेंस सर्विसेज इंडिया लिमिटेड के साथ वर्चुअल एटीएम को 5 लाख जगहों तक पहुंचाने की कोशिश की जा रही है.
ये भी पढ़ें
UAN: एक से ज्यादा यूनिवर्सल अकाउंट नंबर होने पर क्या करें, समझ लीजिए मर्जर की प्रक्रिया
[ad_2]
Source link