अडानी समूह ने तैयार की फंड जुटाने की योजना, बैंकों और पीई फर्मों से चल रही है बात


करीब साल भर पहले आई हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट से बेपटरी हुई योजनाओं को अडानी समूह अब वापस पटरी पर लाने की तैयारी में है. शेयरों के भाव और समूह की कंपनियों की वैल्यू में गिरावट के साथ-साथ हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट ने अडानी की फंड जुटाने की योजनाओं को काफी प्रभावित किया था. अडानी समूह अब नए सिरे से फंड जुटाने की तैयारी कर रहा है.

अगले 4 महीने में जुटाए जाएंगे फंड

मिंट की एक रिपोर्ट में मामले से जुड़े दो सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि अडानी समूह अगले चार महीने के भीतर मोटा फंड जुटाने की तैयारी कर रहा है. इसके लिए अडानी समूह की कई प्राइवेट इक्विटी फर्मों और बैंकों के साथ बातचीत चल रही है. अडानी समूह की योजना आने वाले महीनों में पीई फर्मों और बैंकों से 3 बिलियन डॉलर तक जुटाने की है.

विभिन्न परियोजनाओं को तेज करने की तैयारी

रिपोर्ट के अनुसार, अडानी समूह ने फंड जुटाने की योजनाओं के लिए विदेशी प्राइवेट इक्विटी फर्मों से संपर्क किया है. इसके तहत अभी कम से कम 5 विदेशी प्राइवेट इक्विटी फर्मों के साथ बातचीत चल रही है. अडानी समूह कई भारतीय बैंकों से भी बातचीत कर रहा है. समूह एयरपोर्ट से लेकर रिन्यूएबल एनर्जी तक में विभिन्न परियोजनाओं में तेजी लाना चाहता है. इसके लिए समूह 2.5 से 3 बिलियन डॉलर तक फंड जुटाना चाह रहा है.

इनके साथ चल रही है अडानी की बातचीत

अडानी न्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड, अडानी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड और अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड की फंड जुटाने की योजनाओं में जिन ग्लोबल प्राइवेट इक्विटी फर्मों ने दिलचस्पी दिखाई है, उनमें सेंटरब्रिज पार्टनर्स एलपी, पैसिफिक कैपिटल ग्रुप और संयुक्त अरब अमीरात की इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी यानी आईएचसी के नाम शामिल हैं. वहीं जिन भारतीय बैंकों से बातचीत हो रही है, उनमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा और एक्सिस बैंक के नाम सामने आ रहे हैं.

इन कामों पर खर्च होंगे 2 बिलियन डॉलर

अडानी समूह फंड जुटाने की इस योजना के तहत 40 फीसदी टारगेट प्राइवेट इक्विटी के माध्यम से जुटाना चाह रहा है. इसके लिए समूह की विभिन्न कंपनियों में इक्विटी बेची जा सकती है और प्रवर्तकों की हिस्सेदारी कम की जा सकती है. वहीं 60 फीसदी फंड डेट के जरिए जुटाने की योजना है. अडानी समूह ग्रीन हाइड्रोजन की क्षमता का विस्तार करने और सोलर पैनल की मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने पर 2 बिलियन डॉलर से ज्यादा खर्च करने वाला है.

इन डेवलपमेंट से अडानी की मदद

अडानी समूह को कुछ हालिया डेवलपमेंट से मदद मिल रही है. हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में लगाए गए विभिन्न आरोपों पर सेबी की जांच को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में एक बड़ा फैसला सुनाया है. उसमें सेबी की जांच को पर्याप्त बताया गया है. वहीं हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम सूर्योदय योजना का ऐलान किया है, जिसके तहत करोड़ों घरों की छतों पर रूफटॉप सोलर पैनल लगाए जाएंगे.

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